हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो गए। हिमाचल के मुख्य न्यायाधीश के रूप में राजीव शकधर का कार्यकाल मात्र 24 दिन का रहा। लेकिन इतना कम कार्यकाल होने के बावजूद उन्होंने कई सराहनीय फैसले लिए।
हाईकोर्ट ने उनकी विदाई समारोह में फुल कोर्ट रेफरेंस आयोजित किया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए तरलोक सिंह चौहान ने फुल कोर्ट को संबोधित करते हुए शकधर के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इनका कार्यकाल छोटा होने के बावजूद प्रदेश के लिए बहुत लाभकारी रहा। जटिल से जटिल मुद्दों व समस्याओं को भी वह बहुत ही धैर्य और विनम्रता से सुलझाते थे।\
इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश के महाअधिवक्ता अनूप रत्न ने अपने संबोधन में कहा कि मात्र 24 दिनों के कार्यकाल में 11 अधिवक्ताओं को वरिष्ठ अधिवक्ता बनाया गया। हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जो कि अभी तक बिना वाइस चांसलर के चल रही थी, उनके प्रयास से वहां कुलपति को नियुक्त किया गया। शकधर को व्यक्ति की समानता और मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए जाना जाएगा। बार काउंसिल के अध्यक्ष लवनीश कंवर और हिमाचल बार एसोसिएशन के प्रधान पीयूष वर्मा ने उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।