यूपी पुलिस के सिपाही और उसके साथियों ने सस्ता आलू दिलाने का झांसा दे हापुड़ के पिलखुवा बुलाकर बदायूं के उझानी के दो व्यापारियों को अगवा कर लिया गया। आरोपियों ने फोन कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी तो घबराए परिजनों ने पुलिस अफसरों से शिकायत की। पुलिस ने दो दिन बाद दोनों को मुक्त कराकर एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। तीन अन्य की तलाश जारी है
ओमप्रकाश पटेल गांव जिरौलिया और राजू सिंह रोशननगर के रहने वाले हैं। ओमप्रकाश के बेटे केतन के मुताबिक, 20 अक्तूबर को रिश्तेदार अक्षय सिंह ने उनके पिता को फोन कर बताया कि हापुड़ में अच्छी किस्म का आलू सस्ता बिक रहा है। अगले दिन दोनों व्यापारी 90 हजार रुपये लेकर हापुड़ पहुंचे।
वहां हापुड़ पुलिस लाइन में तैनात सिपाही मोहित कुमार, उसके साथी अक्षय सिंह, कमल और मोनू त्यागी ने दोनों व्यापारियों को बंधक बना लिया। आरोप है कि व्यापारियों से रुपये ऐंठने के लिए आरोपियों ने उनकी कार में प्रतिबंधित केमिकल रख दिया।
90 हजार रुपये भी हड़प लिए
कार्रवाई से बचाने की बात कहकर अक्षय ने मोहित को पुलिस का बड़ा अफसर बताते हुए दोनों व्यापारियों की मुलाकात कराई और उनसे 90 हजार रुपये हड़प लिए। इसके बाद दोनों को बंधक बनाया गया। 22 अक्तूबर की दोपहर एक बदमाश ने राजू के मोबाइल से उनके परिजनों को फोन कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। ओमप्रकाश के परिजनों से इसकी सूचना मिलने पर पुलिस अफसरों ने रात में ही उझानी कोतवाली की एक टीम हापुड़ भेजी।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को कराया मुक्त
पुलिस टीम ने बृहस्पतिवार तड़के करीब तीन बजे हापुड़- मुरादाबाद हाईवे पर बदमाशों की घेराबंदी कर दोनों व्यापारियों को मुक्त करा लिया। साथ ही हापुड़ निवासी मोनू त्यागी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि सिपाही मोहित समेत अक्षय और कमल कार लेकर फरार हो गए। ये तीनों भी हापुड़ के हैं। मोहित एसओजी में भी रहा है। पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है
हापुड़ के सिपाही ने रचा अपहरण का षडयंत्र
आलू व्यापारी ओमप्रकाश पटेल और राजू सिंह का अपहरण कर पांच लाख रुपये की फिरौती के मामले में जिस सिपाही का नाम सामने आया है, वह भी ओमप्रकाश का रिश्तेदार है। उसी के जरिये अपहरण का तानाबाना बुने जाने की बात कही जा रही है।बदमाशों के चंगुल से बृहस्पतिवार तड़के मुक्त हुए आलू व्यापारी ओमप्रकाश पटेल और राजू सिंह ने भी पुलिस को घटना के बारे में बताया। ओमप्रकाश के बेटे केतन के मुताबिक, बदमाशों में शामिल अक्षय उनका रिश्तेदार है। उसी ने अच्छी गुणवत्ता का आलू खरीदवाने की बात कहकर बुलाया था।
दो व्यापारियों से पांच लाख की रंगदारी मांगी
अक्षय के मन में क्या चल रहा है, यह तो फिरौती के लिए पांच लाख रुपये मांगने का फोन आने के बाद ही पता लगा। बदमाशों के चंगुल से मुक्त होने के बाद ओमप्रकाश और राजू ने भी पुलिस को दो दिन तक बंधक रखे जाने के बारे में दास्तां सुनाई।
व्यापारियों ने बताया कि अक्षय का बदमाशों से संपर्क रहा है। इसके अलावा अक्षय की हापुड़ में तैनात सिपाही मोहित से भी अच्छी दोस्ती है। घटना के दौरान सिपाही के भी मौजूद होने का दावा किया गया है। एसओजी में तैनाती के दौरान ही सिपाही मोहित बदमाशों के संपर्क में आ गया था।
एसओजी में तैनाती के दौरान वह लाइनहाजिर भी हो चुका है। इसे लेकर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह कहते हैं कि उन्होंने हापुड़ के पुलिस अफसरों से भी सिपाही की भूमिका को लेकर बात की है। पुलिस अभी इस मामले में बाकी आरोपियों की तलाश में जुटी है।
मुकदमे के संबंध में बदायूं के पुलिस अफसरों से बात की गई है। हापुड़ पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही की संलिप्तता की जानकारी मिली है। साक्ष्यों के आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। – विनीत भटनागर, एएसपी हापुड़