अयोध्या। अयोध्या में जनवरी 2024 में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली दीवाली है। अयोध्या उत्सव और उल्लास में डूबी है। दीपावली के इस पावन पर्व पर रामलला का विशेष श्रृंगार होगा और रामलला प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा की डिजाइन की गई पोशाक पहनेंगे। त्योहार पर भगवान श्रीराम विराजमान के लिए विशेष तौर पर मनीष मल्होत्रा से पोशाक तैयार कराई गई है।
रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता
अयोध्या आज प्रकाश में नहाई है। विश्व का सबसे बड़ा दीपोत्सव अयोध्या में हुआ है। 25 लाख दीपक एक साथ जलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हुआ है। आतिशबाजी, लेजर शो और एक साथ 1100 लोगों द्वारा सरयू की आरती ने बता दिया कि भगवान श्रीराम अयोध्या के कण-कण में व्याप्त हैं। रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा है और परिसर गूंज रहा है, एक ही नारा एक ही नाम, जय श्रीराम-जय श्रीराम।
अयोध्या में प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल का असर दिखता है। स्थानीय चीजों को तरजीह दी गई है। यहां तक कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तो घोषित कर दिया है कि दीवाली पर सजावट में चीनी सामान का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। स्थानीय दस्तकारी और कलाकारों की चीजों को महत्व दिया जाएगा।
स्थानीय कारोबार बढ़ेगा और पर्यटन व निवेश को बढ़ावा
इतना ही नहीं राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट सभी करों का भुगतान करने के लिए संकल्पबद्ध है वो इसमें किसी भी तरह की छूट नहीं चाहता है। राम मंदिर प्रोजेक्ट से 400 करोड़ रुपये का जीएसटी सृजित होने की उम्मीद है जो कि इसके आर्थिक मोर्चे पर एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाने का प्रमाण होगा इससे स्वाभाविक है कि रोजगार सृजन के साथ स्थानीय कारोबार बढ़ेगा और पर्यटन व निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
11 करोड़ तीर्थयात्री और पर्यटक आ चुके हैं अयोध्या
2024 की पहली छमाही में अयोध्या में 11 करोड़ तीर्थयात्री और पर्यटक आ चुके हैं जो कि अपने आप में रिकॉर्ड है और वाराणसी के 4.61 करोड़ आगंतुकों के मुकाबले बहुत बड़ी संख्या है। इसके बाद प्रयागराज का नंबर आता है जहां पर 4.53 करोड़ और मथुरा में 3.07 करोड़ पर्यटक पहुंचे। साथ ही अयोध्या को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप ग्रीन एनर्जी का सोलर सिटी बनाया जाएगा और यह देश के उन 17 शहरों में शामिल होगा जिन्हें सोलर पावर्ड अर्बन सेंटर बनाया जाना है।