शाहजुड्डी में सेना के नायक विवेक देशवाल को सैनिक सम्मान के अंतिम विदाई दी गई। यात्रा में शामिल लोगों ने फूल बरसाए। पांच साल के बेटे रुद्र ने पिता को सैल्यूट कर मुखाग्नि दी तो लोगों की आंखें छलक उठीं।
रुद्र और सान्वी को देख भर आई आंखें, गम में डूबा शाहजुड्डी
सोमवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सेना का वाहन पार्थिव शरीर लेकर पहुंचा। बुढ़ाना पहुंचते ही अपने-अपने गांव के बाहर खड़े लोगों ने पुष्पवर्षा की। अंतिम संस्कार के लिए नायक विवेक देशवाल का पार्थिक शरीर पैतृक खेत में ले जाया गया। पांच साल के बेटे रुद्र और तीन साल की बेटी सान्वी ने परिजनों की गोद से पिता को सैल्यूट कर अंतिम विदाई दी। भावुक पलों में लोगों की आंखें छलक उठीं। महिलाओं की चीत्कार से गम का माहौल रहा।
इस तरह चला गया विवेक देशवाल
किसान संतरपाल देशवाल के पुत्र विवेक देशवाल 28 एडी बटालियन में नायक थे। ओपनिंग पार्टी की गश्त के दौरान अचानक लगी गोली से वह बलिदान हो गए। सेना ने मामले की जांच शुरू करा दी है। सोमवार को गांव में अंतिम विदाई दी गई। सेना के कैप्टन आशुतोष सिंह, 28 एडी बटालियन के नायब सूबेदार राकेश कुमार , हवलदार अरविंद कुमार अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगाए नारे
शाहजुड्डी में नायक की अंतिम विदाई के दौरान ग्रामीणों ने भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा विवेक तेरा नाम रहेगा, हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
बलिदानी के नाम पर रखा जाए स्कूल का नाम : टिकैत
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि नायक विवेक देशवाल के नाम पर किसी सड़क या स्कूल का नाम रखा जाना चाहिए। जिले के सांसद और मंत्रियों को इस दिशा में पहल करनी चाहिए।
सरकार रोके आतंकवादी घटनाएं : संतरपाल
विवेक देशवाल के पिता संतरपाल देशवाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं। सेना, अर्द्धसैनिक बलों व स्थानीय पुलिस के जवानों के साथ-साथ वहां की आम जनता भी हताहत हो रही है। सरकार ठोस कदम उठाकर आतंकवादी घटनाओं को रोके।