महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को अब कुछ ही दिन बचे हैं। इस बीच अकोला में कांग्रेस उम्मीदवार साजिद खान पठान के लिए प्रचार करते हुए प्रदेश पार्टी प्रमुख नाना पटोले ने भाजपा को लेकर अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने कुछ ऐसा कहा जिसके बाद वे विवादों में घिर गए। उनकी टिप्पणी पर भाजपा ने तुरंत पलटवार किया। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने इसे कांग्रेस की हताशा बताया। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी विपक्षी गठबंधन निराशा से हताशा की ओर बढ़ रहा है।
भाजपा नेता ने किया पलटवार
कांग्रेस नेता नाना पटोले की टिप्पणी पर बड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा, “वे निराशा से हताशा की ओर बढ़ रहे हैं। शरद पवार कुछ बोलते हैं, उद्धव ठाकरे चुनाव आयोग को गाली दे रहे हैं। अब राहुल गांधी की कांग्रेस भाजपा पर अभद्र टिप्पणी कर रही है, क्योंकि सर्वेक्षणों में महायुति को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है। मैं उनकी हताशा समझ सकता हूं।”
सोमवार को नाना पटोले ने अकोला में कांग्रेस के लिए प्रचार करते हुए एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “मैं पूछना चाहता हूं कि क्या अकोला के ओबीसी वर्ग के लोग भाजपा को वोट देंगे, जिन्होंने आपके लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। अब समय आ गया है कि आप भी यही करें। वे लोग अब बदतमीज हो गए हैं।”
भाजपा नेता ने कांग्रेस को घेरा
नाना पटोले के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “नाना पटोले हताश हैं, क्योंकि जब वे प्रचार के लिए निकलते हैं तो उन्हें यह समझ आ रहा होगा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बन रही है। अपनी हताशा में वे भाजपा को लेकर अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं। यह कांग्रेस पार्टी की आपातकालीन मानसिकता को दर्शाता है। इसलिए हम कहते हैं कि कांग्रेस संविधान को नष्ट करना चाहती है। बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान आपको बोलने की आजादी देता है। नाना पटोले ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया है, मैं उसकी निंदा करता हूं। कल कर्नाटक के कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने ‘काला’ शब्द का इस्तेमाल किया था। यह एक नस्लवादी शब्द है। मैं उनकी हताशा को समझ सकता हूं। वह सरकार नहीं बना पा रहे हैं, इसलिए वे हताश हैं।”
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने नाना पटोले की अभद्र टिप्पणी की निंदा की। उन्होंने कहा, “नाना पटोले के शर्मनाक बयान ने कांग्रेस पार्टी के डर और हताशा को उजागर कर दिया है। कांग्रेस को मालूम है कि महाराष्ट्र की जनता उन्हें करारी हार देने जा रही है। कांगेस हताश है, इसलिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं। महाराष्ट्र की जनता ने ‘महाविनाश अघाड़ी’ के 2.5 वर्षों विनाशकारी राजनीति को देखा है। वे विभाजन और विनाश की राजनीति नहीं चाहते। वे विकास की राजनीति चाहते हैं।”
बता दें कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे, जबकि विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजीत पवार की एनसीपी से मिलकर बनी महायुति सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, जबकि शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस की विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) इसे सत्ता से बेदखल करने के प्रयास में है।