इंडोनेशिया में पिछले कुछ दिनों लगातार ज्वालामुखी विस्फोट हो रहे हैं, जिसके चलते लोगों में दहशत का माहौल है. विस्फोट से अब तक कई लोगों की मौत हो गई है. इस बीच इंडिगो और एअर इंडिया ने बड़ा फैसला किया है. विमानन कंपनियों ने विस्फोट से उत्पन्न राख की वजह से बुधवार 13 नवंबर को बाली के लिए जाने वाली अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है.
पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत के एक सुदूर द्वीप में स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी ज्वालामुखी इस महीने की शुरुआत में फटा था, जिसकी वजह से आसमान में राख के बादल छा गए थे. चारों तरफ धुएं का गुबार छा गया था. ऐसे में ये बादल उड़ान संचालन के लिए खतरा बन सकते हैं, जिसके चलते कई विमानन कंपनियों ने बाली के लिए अपनी सेवाएं रद्द करने का फैसला किया है.
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
एअर इंडिया ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दी, जिसमें बताया गया है कि 13 नवंबर 2024 को संचालित होने वाली दिल्ली से बाली और वापसी (क्रमशः एआई 2145 और एआई 2146) की एअर इंडिया की उड़ानें हाल ही में ज्वालामुखी विस्फोट के कारण रद्द कर दी गई हैं. कंपनी ने कहा है कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है.
इसके साथ ही इंडिगो ने भी एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें कहा गया है बाली में हाल ही में हुए ज्वालामुखी विस्फोट के कारण, इस क्षेत्र से आने-जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी गई हैं, क्योंकि राख के बादल हवाई यात्रा को प्रभावित कर सकते हैं.
दिल्ली से इंडोनेशियाई द्वीप के लिए फ्लाइट
एअर लाइन बेंगलुरु से बाली के लिए दैनिक उड़ान संचालित करती है. एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एअर इंडिया ने बाली के लिए अपनी उड़ान रद्द कर दी है. एअर इंडिया दिल्ली से इंडोनेशियाई द्वीप के लिए हर रोज एक उड़ान संचालित करती है.
लगातार हो रहा ज्वालामुखी विस्फोट
बात करें इंडोनेशिया की तो फ्लोरेस द्वीप पर माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी में बुधवार को भी ज्वालामुखी विस्फोट हुआ, जिससे आसमान में राख और ढलानों पर लावा फैल गया. 1,584 मीटर ऊंचे ज्वालामुखी के कारण 12,000 से अधिक निवासियों को निकाला गया है. अधिकारियों का कहना है कि यदि विस्फोट तेज हुआ तो और अधिक लोगों को निकलने की जरूरत हो सकती है.