अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में देसी विदेशी संस्कृति देखने को मिल रही है। महंगे घोड़े, भैंसे, ऊंट सहित मेला मैदान में आयोजित देसी विदेशी सैलानियों के लिए प्रतियोगिताएं सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आने वाले पर्यटकों को लुभा रहे हैं। यही वजह है कि लगातार पुष्कर मेले में आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

इस दौरान बुधवार को पुष्कर मेले में सैंड आर्टिस्ट भी अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसको देखकर लोग आश्चर्य चकित हैं। बालू मिट्टी से बनाए गए इन कलाकृतियों को देखने के लिए पर्यटक काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। इन आकृतियों की तस्वीरों को अपने कैमरों में कैद कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में इंटरनेशनल सैंड सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने एक बार फिर अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए बालू मिट्टी से राम मंदिर, बेस्ट टूरिस्ट विलेज देवमाली सहित 17 आकृति बनाई है, जो पुष्कर मेले में आने वाले पर्यटकों को काफी पसंद आ रही हैं। करीब 20 टन बालू रेत से सेंड आर्टिस्ट अजय रावत ने राइजिंग राजस्थान के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत की आकृति भी बालू रेट पर उकेरी है। इसके अलावा अजय रावत ने ऊंटों से रस्सी से खींचता पशुपालक, आई लव पुष्कर फेयर, लक्ष्मी माता, पृथ्वीराज चौहान, राजस्थानी कला बणी ठनी सहित 17 कलाकृतियां बनाई हैं।

उन्हें यह सब बनाने मे करीब 15 दिन का समय लगा है। इंटरनेशनल सैंड आर्टिस्ट देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी बालू रेत से सबसे ऊंची आकृति बन चुके हैं। योग दिवस पर भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की आकृति बालू रेत से बनाई थी, जो सभी को पसंद आई थी। सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने बताया कि वह पिछले 15 वर्षों से बालू मिट्टी से यह कलाकृति बनाने का काम कर रहे हैं और यह उनका शौक है, इन कलाकृति के माध्यम से वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के बारे में भी लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं।