प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत कैरेबियाई देशों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने को लेकर उत्सुक है। मोदी बुधवार को गुयाना पहुंचे, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री का 50 साल में पहला गुयाना दौरा है। वह यहां दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे, जहां भारत और कैरेबियाई देशों के नेताओं के साथ मिलकर कई क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
मोदी ने उम्मीद जताई कि इस सम्मेलन से आर्थिक सहयोग, कृषि, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, विज्ञान और नवाचार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंध मजबूत होंगे। प्रधानमंत्री मोदी और कैरेबियाई देशों के प्रमुखों के बीच पहले 2019 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र के दौरान मुलाकात हुई थी। उस समय नवीकरणीय उर्जा और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चर्चा की गई थी और इसके लिए भारत ने 150 मिलियन डॉलर के क्रेडिट लाइन का प्रस्ताव रखा था।
गुयाना के राष्ट्रपति ने किया पीएम मोदी का स्वागत
गुयान के राष्ट्रपति इरफान अली, उनके सहयोगी मार्क एंथनी फिलिप्स और कैबिनेट मंत्रियों ने हवाई अड्डे पर स्वागत किया। इसके बाद मोदी को जॉर्जटाउन शहर की ‘चाबी’ सौंपी गई, जो भारत और गुयाना के बीच गहरे संबंधों को दर्शाता है। पीएम मोदी ने एक्स पर कहा, गुयाना में जिस प्रकार से स्वागत किया गया, वह मेरे दिल में हमेशा रहेगा। मुझे ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल, बारबोडास के प्रधानमंत्री मिया अमोर और गुयाना के मंत्रिमंडल के सम्मानित सदस्यों से मिलकर खुशी हुई।
पीएम मोदी से मुलाकात पर क्या बोले राष्ट्रपति अली
वहीं, गुयाना के राष्ट्रपति अली ने कहा, कई कैरिकॉम नेताओं को प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का अवसर मिला, जिसने भारत और कैरेबियाई देशों के बीच संबंध को और मजबूत किया है। उन्होंने कहा, यह मुलाकात हमारे देशों के बीच साझा मूल्यों और सामूहिक प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री ने गुयाना में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की और एक गुयाना पहल के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया, जो एकता और विविधता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी और गुयाना के राष्ट्रपति अली ने गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। दोनों नेता भारत और गुयाना के बीच समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के आदान-प्रदान के गवाह बने।