केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग में रिश्वत का खुला खेल एक बार फिर सामने आया, जब सीबीआई की टीम ने तीन लाख की रिश्वत के मामले में चित्तौड़गढ़ में तैनात नारकोटिक्स के निरीक्षक और भीलवाड़ा के एक बिचौलिये को रंगे हाथों दबोच लिया। सीबीआई की टीम लगातार दो दिन से चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में डेरा डाले रही और आखिर नशीली दवाओं के मामले को रफा-दफा करने के एवज में मांगी गई रिश्वत के मामले का खुलासा किया।
इस संबंध में प्रार्थी ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों एक ब्रांड की दवाई जो अफीम का नशा छुड़ाने के काम आती है, उसकी अतिरिक्त खेप सरकार ने पकड़ी थी और इस संबंध में कंपनी से पूछताछ की गई थी। मामले की जांच नारकोटिक्स निरीक्षक आदर्श योगी कर रहे थे। जांच के दौरान जानकारी मांगने पर दवा बनाने वाली कंपनी की ओर से नियमानुसार बिल आदि प्रस्तुत कर दिए गए थे लेकिन इस मामले में दबाव बनाते हुए निरीक्षक आदर्श योगी ने कई पत्रावलियों की मांग की और दवा कंपनी एवं वितरकों से दो साल पुराने बिल सहित अन्य रिकॉर्ड मांगा और रुपये लेने के लिए परेशान करने लगा।
लगातार दबाव बनता देख दवा वितरक प्रार्थी ने सीबीआई जयपुर के कार्यालय में फोन मामले की पूरी सूचना दी। सूचना की प्रामाणिकता जांच कर सीबीआई का दल सोमवार को भीलवाड़ा पहुंचा और प्रार्थी से संपर्क कर पूरी जानकारी ली। इसके बाद सीबीआई के कहे अनुसार उसने निरीक्षक आदर्श योगी को फोन लगाया तो योगी ने मामले को रफा-दफा करने के लिए 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी और इसके लिए बुधवार को इंदिरा स्टेडियम के सामने आईडीबीआई बैंक के बाहर प्रार्थी को बुलाया।
सीबीआई टीम ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए प्रार्थी को कैमरे और अन्य उपकरण लगाकर भेजा। आदर्श योगी पहले तो 20 लाख रुपये की मांग पर अड़ा रहा लेकिन काफी मिन्नतों के बाद सौदा 8 लाख में तय हुआ, जिस पर प्रार्थी ने 3 लाख रुपये हाथों-हाथ देने की पेशकश की। इस पर निरीक्षक ने रुपये लेने से मना करते हुए अपनी बताई जगह पर रिश्वत की राशि देने की बात कही और वहां से चला गया।
दूसरे दिन यानि गुरुवार को सुबह 10 बजे प्रार्थी ने निरीक्षक से संपर्क किया तो उसने बिचौलिये के नंबर दिए। थोड़ी ही देर बाद बिचौलिया तय स्थान पर प्रार्थी से मिला, जहां उसने तीन लाख के रंगे हुए नोट बिचौलिये को दे दिए। नोट गिनने और निरीक्षक को राशि आ जाने की सूचना देने के बाद पास ही में सादी वर्दी में तैनात सीबीआई की टीम ने बिचौलिये को दबोच लिया और चित्तौड़गढ़ में तैनात सीबीआई की एक अन्य टीम ने सूचना मिलते ही आदर्श योगी को भी हाथों-हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने चित्तौड़गढ़ एवं बीकानेर में आरोपी निरीक्षक के आवासीय व कार्यालय परिसरों की तलाशी ली, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। इस मामले में जांच जारी है।
सीजेएम न्यायालय ने दिया ट्रांजिट रिमांड
सीबीआई टीम द्वारा 24 घंटे बीत जाने के कारण बिचौलिये और नारकोटिक्स निरीक्षक को आज चित्तौड़गढ़ के न्यायालय में पेश किया गया, जहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संतोष कुमार बैरवा ने आरोपियों को एक दिन के ट्रांजिट रिमांड पर सौंप दिया। दोपहर बाद सीबीआई टीम दलाल और नारकोटिक्स निरीक्षक को लेकर जयपुर के लिए रवाना हो गई।
सीबीआई करती है पुख्ता कार्रवाई
मामले में प्रार्थी से बातचीत करने पर उसने बताया कि उसने परेशान होकर डरते हुए सीबीआई से संपर्क किया था लेकिन सीबीआई ने उसे तत्काल सहयोग और पूरी तरह से आश्वस्त किया। नाम न छापने की शर्त पर प्रार्थी ने आम लोगों से अपील की कि ऐसे मामले में कोई भी व्यक्ति सीबीआई से संपर्क कर सकता है। उसने विश्वास जताया कि सीबीआई आम आदमी का भरोसा कायम रखती है।