इमरान खान की पार्टी का इस्लामाबाद मार्च; विरोध प्रदर्शन को लेकर पंजाब में धारा 144

पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने रविवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. यह विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थन में किया गया है. इसका नाम ‘करो या मरो’ विरोध प्रदर्शन है. वहीं, पाकिस्तान सरकार ने इस विरोध प्रदर्शन को दबाने की पूरी तैयारी कर ली है. इस्लामाबाद को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. वहीं, देशभर में इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी गई हैं.

यह विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थन और 26वें संविधान संशोधन को लेकर बुलाया गया है. पार्टी ने देशभर से लोगों से विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद मार्च करने का आह्वान किया था. इस बीच, इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे कई पीटीआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. इसमें पार्टी की राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्य भी शामिल हैं. वे इस्लामाबाद मार्च करने के लिए मुल्तान संभाग से निकले थे.

इस्लामाबाद से 16 लोगों को हिरासत में लिया गया

वहीं, एक अन्य घटना में पुलिस ने इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे 200 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है पार्टी का दावा है कि हिरासत में लिए गए लोगों में शाह महमूद कुरैशी के बेटे जैन कुरैशी, पूर्व मंत्री आमिर डोगर, नदीम कुरैशी, वसीम बदोजई, मोइनुद्दीन कुरैशी और राणा तुफैल नून शामिल हैं.

प्रदर्शन के लिए इस्लामाबाद की ओर काफिले का नेतृत्व कर रहे पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के प्रयासों के तहत पुलिस ने फैजाबाद, इस्लामाबाद से 16 लोगों को हिरासत में लिया. वहीं, इलाके में जमा हुए पीटीआई कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने हवा में गोलियां चलाईं. चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारी सख्त कदम उठा रहे हैं.

रावलपिंडी और इस्लामाबाद पूरी तरह से सील

प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद में प्रवेश करने से रोकने के लिए अधिकारियों को सख्त आदेश जारी किए गए हैं. विरोध प्रदर्शनों के कारण रावलपिंडी और इस्लामाबाद के जुड़वां शहरों के प्रवेश और निकास द्वार पूरी तरह से सील कर दिए गए हैं. कराची, इस्लामाबाद और रावलपिंडी समेत प्रमुख शहरों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. वहीं, रेंजर्स और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) के साथ इस्लामाबाद में 8 हजार से अधिक अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है.

पंजाब प्रांत में भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके तहत 23 से 25 नवंबर तक यह प्रतिबंध लागू रहेगा. इस्लामाबाद में दो महीने पहले ही धारा 144 लागू कर दी गई थी. पार्टी संस्थापक द्वारा घोषित विरोध प्रदर्शन कथित चुनाव धांधली, पार्टी कार्यकर्ताओं की हिरासत और 26वें संविधान संशोधन पर केंद्रित है. पार्टी के संस्थापक और पूर्व पीएम इमरान खान अगस्त से जेल में हैं.

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