बिहार के पुलिस महकमें में फिर एक बदलाव किया गया है। बिहार सरकार ने डीजीपी पद से आलोक राज को हटाकर विनय कुमार को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। गृह विभाग ने शुक्रवार की देर शाम इसकी अधिसूचना जारी की है। विनय कुमार अब तक पुलिस भवन निर्माण निगम के डीजी के पद पर तैनात थे।
दो साल के बाद भी बने रहेंगे डीजीपी
अधिसूचना के तहत नियमतः विनय कुमार को अगले दो साल तक के लिए बिहार का डीजीपी बनाया गया है। लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार वह दो साल के बाद भी डीजीपी के पद पर बने रहेंगे। राज्य सरकार ने मौजूदा डीजीपी आलोक राज को पुलिस भवन निर्माण निगम में भेज दिया है। राज्य सरकार ने मौजूदा डीजीपी आलोक राज को पुलिस भवन निर्माण निगम में भेज दिया है। वह निगम के डीजी के साथ-साथ सीएमडी बनाये गये हैं। आलोक राज 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
राजबिंदर सिंह भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद आलोक राज बने थे डीजीपी
डीजीपी राजबिंदर सिंह भट्टी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के कारण यह पद खाली हुआ था। इसके बाद आलोक राज को 30 अगस्त 2024 को बिहार का डीजीपी बनाया गया था। हालांकि उस समय भी विनय कुमार का नाम डीजीपी पद के लिए सबसे आगे माना जा रहा था, लेकिन बिहार सरकार ने आलोक राज को डीजीपी की जिम्मेदारी दी थी। अब साढे तीन महीने में ही उनकी छुट्टी कर दी गयी है।
जितेंद्र सिंह गंगवार बने निगरानी के डीजी
बिहार सरकार ने डीजी स्तर के एक और पदाधिकारी की पोस्टिंग की है। जितेंद्र सिंह गंगवार को निगरानी का डीजी बनाया गया है। उन्हें नागरिक सुरक्षा के डीजी का अतिरिक्त प्रभाव भी सौंपा है। जिंतेन्द्र सिंह गंगवार पुलिस मुख्यालय में एडीजी हेडक्वार्टर हुआ करते थे। उनके प्रमोशन के बाद कुंदन कृष्णनन को उस पद पर तैनात किया गया। गंगवार वेटिंग फॉर पोस्टिंग थे। आज इनकी पोस्टिंग कर दी गयी।