बेटे-बहू-पोते के नाम की संपत्ति, फिर अनशन पर बैठे; जान पर बना खतरा

पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का स्वास्थ्य बिगड़ गया है। डॉक्टरों का कहना है कि अनशन के चलते उनकी जान पर बन आई है। 70 वर्षीय किसान नेता बीते करीब 25 दिन से लगातार पंजाब-हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे हैं। 

बता दें कि डल्लेवाल जो कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता हैं। वे 26 नवंबर से अनशन पर हैं, ताकि केंद्र पर फसलों के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी सहित आंदोलनकारी किसानों की मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा सके।

कौन हैं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल?
जगजीत सिंह डल्लेवाल भारतीय किसान यूनियन (एकता सिधपुर) के अध्यक्ष भी हैं। वे पंजाब के फरीदकोट में आने वाले डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं। बताया जाता है कि किसान परिवार से आने वाले डल्लेवाल ने अपना पोस्टग्रैजुएशन पंजाबी यूनिवर्सिटी से पूरा किया है। 

उनकी भारतीय किसान यूनियन (एकता सिधपुर) 2022 में ही संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से अलग होकर बना संगठन है। दरअसल, तब एसकेएम के ही एक नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने संयुक्त समाज मोर्चा का गठन कर पंजाब में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था। इसके बाद डल्लेवाल ने अपने संगठन को अलग कर लिया और जुलाई 2022 में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का गठन किया। यह संगठन 150 किसान यूनियनों को मिलाकर बना है, जो कि राजनीति में शामिल नहीं हैं। 

डल्लेवाल के संगठन- संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसान दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उनके दिल्ली जाने से रोक दिया था, जिसके बाद वे बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गए थे।

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