मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी स्कार्पियो मिलने के मामले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के अनुसार जांच के तार तिहाड़ जेल (Tihar Jail) और उसके आसपास से जुड़े हैं. एजेंसियों को जैश उल हिंद के नाम से टेलीग्राम तिहाड़ जेल या उसके आसपास से भेजे जाने का शक है. एक प्राइवेट जांच एजेंसी ने जांच टीम को अहम सुराग दिए हैं. टेलीग्राम चैनल तिहाड़ जेल के अंदर या उसके आसपास क्रिएट किया गया था. टेलीग्राम चैनल को क्रिएट करने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल हुआ, ताकि ऐसा करने वाला पकड़ा न जाए.
मामले में NIA की टीम ने पूछताछ और छापेमारी शुरु कर दी है. सूत्रों के मुताबिक मामले में भरत शाह के खिलाफ मकोको केस में प्राइम विटनेस रहे उमर मंसूरी से पूछताछ की गई. मंसूर को सोमवार को दोबारा बुलाया गया है. मंगलवार को NIA की टीम मुंबई पहुंची थी. इस टीम को IG लेवल के अधिकारी लीड कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार टीम उस इनोवा कार को लेकर जानकारी हासिल कर रही है, जो विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो के सात अंबानी के घर के बाहर पहुंची थी.
जगह-जगह छापेमारी, अलग-अलग पूछताछ
NIA की टीम ने Antilla से CCTV फुटेज की कॉपी भी अपने हाथ मे ले ली है. Antilla गई इस टीम का साथ गाम देवी पुलिस स्टेशन के अधिकारी भी मौजूद थे. इनके साथ डीसीपी राजीव जैन भी थे. गाम देवी पुलिस स्टेशन में ही सबसे पहले अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक पाए जाने के मामले से जुड़ी FIR दर्ज हुई थी. इसके बाद केस मुंबई ATS को सौंपा गया और सोमवार को केंद्र सरकार ने यह केस NIA को सौंप दिया. राजीव जैन ने ही NIA को इस संबंध में सारी डिटेल दी हैं.