छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा और उनके बेटे के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे और कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। पीटीआई के मुताबिक राज्य में कथित शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत यह छापेमारी की गई है।
धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कुल सात ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इनमें रायपुर में लखमा का आवास और सुकमा जिले में उनके बेटे हरीश लखमा का आवास शामिल है। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह छापेमारी शहरी निकाय और पंचायत चुनावों से पहले विपक्षी पार्टी के नेताओं को परेशान करने की भाजपा की साजिश का हिस्सा है। 71 वर्षीय लखमा कोंटा विधानसभा सीट से छह बार विधायक रह चुके हैं और पिछली कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रह चुके हैं। हरीश लखमा अपने जिले में पंचायत अध्यक्ष बताए जाते हैं।
धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कुल सात ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इनमें रायपुर में लखमा का आवास और सुकमा जिले में उनके बेटे हरीश लखमा का आवास शामिल है। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह छापेमारी शहरी निकाय और पंचायत चुनावों से पहले विपक्षी पार्टी के नेताओं को परेशान करने की भाजपा की साजिश का हिस्सा है। 71 वर्षीय लखमा कोंटा विधानसभा सीट से छह बार विधायक रह चुके हैं और पिछली कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रह चुके हैं। हरीश लखमा अपने जिले में पंचायत अध्यक्ष बताए जाते हैं।