एनएचपीसी अंडरपास के ऊपर से गुजर रही रेलवे की मेन डाउन लाइन (दिल्ली की तरफ जाने वाली) कैंटर की टक्कर से क्षतिग्रस्त ( Railway track damage) हो गई। इस क्षतिग्रस्त लाइन पर मुंबई से देहरादून एक्सप्रेस (Mumbai-Dehradun Express) दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। क्योंकि ट्रेन की गति काफी धीरे थे। लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका।
उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पांच घंटे तक ट्रैक की मरम्मत का काम चला। जिसकी वजह से ईएमयू और एक्सप्रेस ट्रेन प्रभावित हुई। ट्रक की मरम्मत के चलते एनएचपीसी अंडरपास को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
यह हुआ था मामला
एनएचपीसी अंडरपास पर अधिक ऊंचाई वाले वाहनों को रोकने के लिए लोहे का गाटर लगाया गया है। क्योंकि अधिक ऊंचाई बड़े वाहन अंडरपास से निकल नहीं सकते हैं। दो दिन पहले वह गाडर क्षतिग्रस्त हो गया था। उस गाडर को क्रेन की मदद से साइड में रखवा दिया गया था।
बुधवार रात को ढाई बजे एक बड़ा कंटेनर तेज गति से अंडरपास में घुसने लगा। इस दौरान वह अंडरपास की छत से टकरा गया। गति इतनी तेज थी कि अंडरपास के ऊपर से जा रही डाउन लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। ट्रक चालक पकड़े जाने के डर किसी तरह से कंटेनर को बैक करके भाग गया।
क्षतिग्रस्त ट्रैक से गुजरी देहरादून मुंबई एक्सप्रेस
रेलवे सूत्रों की मानें तो रात करीब ढाई बजे मुंबई देहरादून एक्सप्रेस फरीदाबाद से दिल्ली की ओर जा रही थी। एनएचपीसी अंडरपास से पहले सिग्नल पर गाड़ी खड़ी हो गई थी। सिग्नल मिलने पर जैसे ही ट्रेन करीब 100 मीटर दिल्ली की ओर आगे बढ़ी तो ट्रेन के लोको पायलट ने देखा कि रेलवे ट्रैक टेढ़ा हुआ पड़ा है।जब तक वह इमरजेंसी ब्रेक लगाता, इंजन समेत आधी ट्रेन रेलवे ट्रैक पार कर चुकी थी। ट्रेन की रफ्तार महज 35 से 40 किमी. की थी, इसलिए दुर्घटना होने से बच गई। क्षतिग्रस्त ट्रेन को ठीक करने में करीब पांच घंटे का समय लगा। सुबह साढ़े आठ बजे डाउन मेन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो चुका है।
जीआरपी कर रही मामले की जांच
इस घटना की जांच जीआरपी कर रही है। आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (GRP) की टीम कंटेनर चालक की तलाश में जुटी है। अंडरपास के पहले मार्केट में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। जीआरपी थाना प्रभारी राजपाल का कहना है कि फुटेज से कंटेनर चालक की पहचान कर उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।