कुंभ में नाम बदलकर यति नरसिंहानंद के कैंप में पहुंचा अयूब मूल रूप से एटा के अलीगंज के मोहल्ला लुहारी दरवाजा का रहने वाला है। यहां से करीब 10 साल पहले उसका परिवार जयपुर बसा। अब यहां उसके चाचा-ताऊ आदि रहते हैं। अलीगंज थाना पुलिस ने घर पर पहुंचकर परिजन से मंगलवार रात पूरी जानकारी की।
परिजनों से की पूछताछ
लुहारी दरवाजा में मंगलवार को जानकारी मिल गई थी कि यहां का रहने वाला अयूब कुंभ में पकड़ा गया है। वह आयुष नाम बताकर यति नरसिंहानंद के कैंप में घुस गया था। मंगलवार शाम अलीगंज थाने की पुलिस घर पर पहुंच गई। यहां चाचा, भाई आदि लोग मौजूद थे। उनसे पुलिस ने पूछताछ की।
पिता करते हैं सिलाई का काम
चाचा वाकिर अली ने बताया कि भाई शाकिर अली के दो पुत्र हैं। अयूब बड़ा और तैयब उससे छोटा है। तीन बहनें हैं, इनमें से एक की शादी हुई है। भाइयों की शादी अभी नहीं हुई है। शाकिर वहां सिलाई का काम करते हैं। दोनों बच्चे भी मेहनत-मजदूरी करते हैं।
कुंभ कैसे पहुंचा, परिजनों को नहीं पता
बताया कि पुलिस से खबर मिली कि कुंभ में उसे पकड़ लिया गया है। वहां कैसे और कब पहुंचा, इसकी कोई जानकारी हम लोगों को नहीं है। यहां लंबे समय से उसका आना-जाना नहीं हुआ था। उधर, पुलिस के घर में पहुंचने के बाद लोगों को भी मामले की गंभीरता समझ में आ गई।
महीनों रहता है घर से दूर
इसे देखते हुए लोगों ने चुप्पी साध ली। पूछने पर भी ज्यादा जानकारी देने से बच रहे थे। अयूब की चाची तबस्सुम ने बताया कि अयूब नशेड़ी है। महीने, दो महीने में आता है और चला जाता है। परिवार की सदस्य आसमा ने बताया कि अयूब करीब चार माह पूर्व अपने दादा की मौत होने पर आया था। नशे की हालत में रहता है।
अब तक नहीं मिला कोई आपराधिक रिकाॅर्ड
अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार ने बताया कि कुंभ से जानकारी मिलने के बाद अलीगंज में अयूब के घर-परिवार की जांच-पड़ताल कराई गई। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड या संदिग्ध गतिविधियां नहीं मिली हैं। वह पिता के साथ जयपुर में ही रहता था। वहां की एजेंसियां मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। यहां भी हम लोग स्थानीय हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।