असम में वापसी करने के लिए कांग्रेस एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है। इसके मद्देनजर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। प्रियंका गांधी ने सोमवार को असम के गोलाघाट में रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला किया। चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने असम के बीजेपी नेतृत्व की तुलना महाभारत के पात्र ‘‘धृतराष्ट्र’’ और ‘‘शकुनी’’ से की। हालांकि, उन्होंने भगवा पार्टी के उस नेता का नाम नहीं लिया। धृतराष्ट्र को एक दृष्टिहीन शासक के रूप में, जबकि शकुनी को राजनीतिक प्रपंच करने वाले के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘असम सरकार में, एक शकुनी मामा जैसे नेता हैं और एक धृतराष्ट्र हैं। दोनों ने ही और बीजेपी ने असम के लोगों के साथ छल किया है। ’’ प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘‘कभी जातीय नायक (जनता के नेता) कहलाने वाले ‘धृतराष्ट्र’ ने छह जातीय समुदायों के साथ छल किया, जिन्हें उन्होंने अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय में शामिल कराने का वादा किया था।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि एक अन्य नेता ‘शकुनी मामा’ हैं, जो एक भ्रष्ट सरकार चला रहे हैं और जिसने सिर्फ लोगों को ठगा ही है। प्रियंका ने राज्य एवं केंद्र में सत्तारूढ़ दल पर अपना हमला जारी रखते हुए दावा किया, ‘‘बीजेपी यह फैसला नहीं कर पा रही है कि मुख्यमंत्री पद के लिए उसकी ओर से उम्मीदवार कौन होगा। वह अपने ही (बीजेपी) मुख्यमंत्री का सम्मान नहीं कर पा रही है और नाम नहीं बता रही है। यदि पार्टी (बीजेपी) में कोई स्थिरता या एकजुटता नहीं है, तो फिर वह असम में स्थिरता कैसे ला पाएगी और लोगों को स्थिर सरकार वह कैसे दे सकती है?’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी ने आपसे काम करने के जो वादे किए थे, उन्होंने उस तरह से काम नहीं किया है। नीति आयोग की रिपोर्ट में लिखा है कि बीजेपी शासन में असम में गरीबी बढ़ गई है। बीजेपी ने युवाओं, चाय जनजातियों को धोखा दिया है। उन्होंने सीएए लगाया।