संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) के चलते रोजाना लाखों श्रद्धालु शाही स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में यूपी सरकार ने श्रद्धालुओं को राहत भरी खबर दी है. मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर 27 जनवरी से 30 जनवरी तक कुंभ नगरी में प्रवेश करने पर टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा.
इसके अलावा बसंत पंचमी के लिए भी 1 फरवरी से रात 8:00 बजे से 4 फरवरी रात 8:00 बजे तक टोलो पर टैक्स नहीं लगेगा.
योगी सरकार (Yogi Sarkar) की मांग पर केंद्र ने यह बड़ा फैसला लिया है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से प्रक्रिया टोल फ्री (Toll Free) किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जानकारी के मुताबिक, प्रमुख स्नान पर लाखों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं. ऐसे में उनके ऊपर किसी भी तरह का अतिरिक्त खर्च न पड़े, इसके अलावा जाम की समस्या से भी लोग बचें, जिसको लेकर यह निर्णय लिया गया है.
इन टोल पर नहीं देना होगा टैक्स
प्रयागराज में लाला नगर, मुंगेरी, हर्रो, उमापुर, हंडिया, सहसो, सोरांव, नवाबगंज, कोखराज, रामनगर घसियारी पर टोल टैक्स लिया जाता है. यानि 27 जनवरी से 30 जनवरी तक यहां टोल देने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
मौनी अमावस्या से पहले का हाल
मौनी अमावस्या स्नान पर्व के पहले से ही स्नानार्थियों में उत्साह दिखने लगा है. रविवार और सोमवार को बेहिसाब जनसैलाब उमड़ा. प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार इन दो दिनों में करीब तीन करोड़ लोगों ने स्नान किया. इनमें से एक करोड़ 74 लाख श्रद्धालुओं ने रविवार को स्नान किया था. सोमवार को भी शाम छह बजे तक 1.18 लोगों ने स्नान कर लिया था. महाकुंभ में सोमवार चौथा दिन रहा जब एक दिन में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया. मकर संक्रांति के दिन तो स्नानार्थियों का आंकड़ा साढ़े तीन करोड़ पार रहा.
पैदल आवागमन रोकना पड़ गया
सोमवार को संगम से लेकर सड़क तक श्रद्धा का रेला उमड़ा. भीड़ बढ़ने पर पांटून पुलों से पैदल भी आवागमन रोक दिया गया. इस वजह से संगम के अलावा झूंसी जोन में ऐरावत घाट पर श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ रही. शास्त्री पुल श्रद्धालुओं से भरा रहा. पैदल चलना भी भारी था. यह स्थिति अंदावा चौराहे तक रही. शहर में लोक सेवा आयोग चौराहे से संगम तक स्नानार्थियों का रेला चला आ रहा था. यह क्रम टूटने का नाम नहीं ले रहा था. इसी तरह की स्थिति संगम की तरफ जाने वाली अन्य सड़कों का भी रहा.
भीड़ बढ़ने की वजह से दिन में बालसन चौराहे से जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया था. स्नानार्थियों को जार्जटाउन, अल्लापुर, बक्शी बांध होते हुए संगम की तरफ भेजा गया. इस तरह के डायवर्जन जगह-जगह किए गए थे.