महाकुंभ में ‘टच बाबा’, छूकर बीमारी ठीक करने का दावा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है. कुंभ क्षेत्र में आस्था, भक्ति और साधना की अद्भुत दुनिया बसी है. महाकुम्भ क्षेत्र में अब पुण्य ही नहीं, बल्कि कृपा भी बरस रही है. महाकुंभ नगर में नागा संन्यासियों, श्रद्धालु और साधक के साथ ऐसे बाबा भी मौजूद हैं, जिनके दावे सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे. ऐसे ही एक बाबा हैं, जिन्हें लोग ब्लेसिंग बाबा कहते हैं. इनके दावे सबसे अलग हैं.

महाकुंभ नगर के अखाड़ा सेक्टर में आपको हर समय सड़कों पर जाम मिलेगा. हर कदम पर तप, साधना, भक्ति और सेवा के विविध रंग देखने को मिल रहे हैं. महाकुंभ नगर के सेक्टर 20 में स्वस्तिक द्वार के पास लगी श्रद्धालुओं की भीड़ में हर शख्स के चेहरे पर एक अजीब सा तनाव देखने को मिलता है. कोई सिर पकड़े खड़ा है, तो कोई पैर, यहां अंदर दाखिल होते ही आपको मिलेंगे एक सामान्य व्यक्ति जिनके शरीर पर न भभूत है और न भगवा रंग का वस्त्र है. बस गले में चंद माला और एक सामान्य सी कुर्सी है, जिस पर वह बैठे हुए हैं. ये ओडिशा के भुवनेश्वर से आए बाबा आर्तत्राण हैं. उनका दावा है कि वह अपने स्पर्श से बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक कर देते हैं.

बाबा की ट्रीटमेंट थेरेपी है कमाल

ओडिशा के भुवनेश्वर से महाकुंभ आए बाबा आर्तत्राण का कहना है कि उन्हें ईश्वरीय अनुकम्पा और मंत्रों की शक्ति से असाध्य बीमारियों का इलाज करने की दिव्य शक्ति हासिल है. बाबा पहले मरीज से पूछते हैं कि क्या समस्या है और फिर वह प्रभावित अंग पर हाथ रखकर या स्पर्श कर उसे ठीक करने का दावा कर रहे हैं. वह माइग्रेन, साइटिका, मानसिक तनाव जैसी बीमारियों का स्पर्श (छूकर) ही इलाज कर देते हैं. बाबा दावा करते हुए कि वह 2011 से डिवाइन ट्रीटमेंट कर रहे हैं और अब तक 24 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज कर चुके हैं, जो ठीक हो गए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपनी इस शक्ति और दावे को लेकर ट्वीट किया था. वह देश ही नहीं विदेशों में भी लोगों का इलाज करते हैं.

न दवा, न इंजेक्शन बस राहत

बाबा का दावा है कि उनके मंत्रों से मामूली से लेकर गंभीर बीमारियां तक ठीक हो जाती हैं. वह इसके लिए न तो वह कोई दवा देते हैं और न ही कोई इंजेक्शन देते हैं. बस उनकी ब्लेसिंग थेरेपी का यह नतीजा है कि उनके यहां आने वाले मरीज रोग मुक्त हो जाते हैं. वह अपनी सेवा के लिए एक रुपया भी नहीं लेते और मुफ्त इलाज करते हैं. वह मेडिकल साइंस को चुनौती देते हुए कहते हैं कि मेडिकल साइंस चाहे तो मेरे ऊपर शोध कर ले. मैं अपने दावे का इम्तिहान देने के लिए तैयार हूं.

दवा के बिना तुरंत लाभ का दावा

बाबा के पास आने वाले लोग तुरंत लाभ की बात करते हैं, लेकिन यह लाभ कितने दिनों तक उनके साथ रह रहा है. इसका कोई टेस्ट नहीं हुआ है. बाबा यह तक दावा करते हैं कि अगर आप उनके पास नहीं आ सकते हैं, तो वह यूट्यूब और फोन के जरिए भी इलाज कर सकते हैं. उनका कहना है कि वह फोन पर कुछ मंत्र बोलते हैं और मरीज को घर बैठे आराम मिल जाता है. बाबा का दावा है कि मेडिकल साइंस जिस बीमारी का इलाज नहीं कर पाता. वह बीमारी भी उनके मंत्रों से ठीक हो जाती है.

डॉक्टर नहीं हैं बाबा के दावे से सहमत

बाबा की इस टच थेरेपी को लेकर डॉक्टर सहमत नहीं हैं. न्यूरो सर्जन डॉक्टर पंकज खेतान कहते हैं कि माइग्रेन और न्यूरो से जुड़ी बीमारियों को ठीक होने में कई महीने लग जाते हैं. ऐसे में तुरंत लाभ का कोई फॉर्मूला मेडिकल साइंस स्वीकार नहीं कर सकती. यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि ऐसे कितने मरीजों ने यहां से जाने के बाद अपनी बीमारी की स्टेट्स रिपोर्ट लोगों के साथ शेयर की हैं.

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