सेबी का बड़ा एक्शन, मोतीलाल ओसवाल पर लगाया इतने लाख का जुर्माना

मार्केट रेगुलेटर सेबी ने मोतीलाल ओसवाल पर बड़ा एक्शन लिया है. सेबी ने मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज पर 7 लाख रुपये की पेनाल्टी लगाई है. सेबी ने कंपनी पर क्लाइंट्स के फंड्स की मिसरिपोर्टिंग के साथ-साथ स्टॉक ब्रोकर कंप्लायंस में गड़बड़ी के बाद यह फैसला किया.

मार्केट रेगुलेटरी ने अपनी जांच में पाया कि मोती ओसवल फाइनेंशियल सर्विसेज ने 26 शिकायतों का सही समय पर निपटारा नहीं किया. इसके साथ कंपनी ने क्रेडिट बैलेंस वाले सिक्योरिटीज को क्लाइंट अनपेड सिक्योरिटीज अकाउंट में डाल दिया. सेबी ने कंपनी को जुर्माने की रकम को 45 दिनों के भीतर जमा करने को कहा है. सेबी ने पेनाल्टी को अलग-अलग लगाया है.

जैसे कि प्रॉपर बुक्स और रिकॉर्ड को ठीक तरीके से न रखने के लिए 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. निवेशकों की शिकायतों को सही समय पर न सुनने के लिए भी 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके साथ नॉन कंप्लायंस के लिए कंपनी पर 5 लाख रुपये की पेनॉल्टी लगाई गई है. सेबी ने यह पूरी जांच अप्रैल 2021 से लेकर जून 2022 की अवधि के दौरान किए गए लेनदेन पर की है.

फंड रिलीज न करने का आरोप

सेबी ने अपनी जांच में पाया कि कंपनी ने निवेशकों के पैसे भी रिलीज नहीं किए. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में जून 2022 में 39 लोगों ने ट्रेड किया, लेकिन कंपनी ने उनके अकाउंट को इनएक्टिव करार देते हुए उनके फंड को साइड कर दिया था और जांच में पाया गया कि कंपनी ने उन अकाउंट को अलग रखने के लिए जो कारण बताए थे वह गलत निकले. सेबी ने कहा कि मोतीलाल ओसवाल एक रजिस्टर्ड कंपनी है. इसलिए कंपनी को सेबी के नियमों का पालन करना चाहिए था. कंपनी ने ऐसा नहीं किया इसीलिए उस 7 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.

मोतीलाल ओसवाल कंपनी ने कैपिटल मार्केट, फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस और करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट में गलत रिपोर्टिंग और मार्जिन की कम वसूली की है.

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