संसद में कुंभ हादसे पर होगा हंगामा, विपक्ष का ऐलान, जयंत भी राजी

प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद मची अव्यवस्था की गूंज दिल्ली तक सुनाई देने लगी है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संसद के बजट सत्र में जहां बजट से ज्यादा महाकुंभ मुद्दे पर बहस करने की बात कही है. वहीं सरकार के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने भी संसद में इस पर चर्चा कराने की मांग की है.

अखिलेश के तेवर और जयंत की मांग के बाद माना जा रहा है कि संसद सत्र के आने वाले दिनों में महाकुंभ की वजह से हंगामा हो सकता है.

अखिलेश यादव ने क्या कहा है?

संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि बजट की बात अब बाद में होगी, पहले महाकुंभ पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने जनसंपर्क में पैसा झोंक दिया. लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लोग परेशान हैं और मर रहे हैं.

अखिलेश ने आगे कहा है कि साधु-संत भी अब सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं. सरकार लोगों के लिए सही से इंतजाम नहीं करवा पा रही है. सिर्फ प्रचार के जरिए अपनी नाकामी को छुपा रही है.

समाजवादी पार्टी प्रमुख के मुताबिक योगी आदित्यनाथ की सरकार नैतिक तौर पर जा चुकी है. अब राजनीतिक तौर पर भी यूपी की जनता इसकी विदाई कर देगी. सरकार सिर्फ निमंत्रण देने में लगी रही. अब शव के आंकड़े को छुपा रही है.

अखिलेश लंबे वक्त से महाकुंभ की अव्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेर रहे हैं. अखिलेश सीधे तौर पर सिस्टम के फेल होने का आरोप लगा रहे हैं. संसद के जरिए अखिलेश की पार्टी महाकुंभ पर मजबूत मोर्चेबंदी करने की तैयारी में है.

लोकसभा में अखिलेश यादव के पास 37 सांसद हैं. विपक्ष का भी उन्हें इस मुद्दे पर समर्थन मिलेगा. तृणमलू, कांग्रेस जैसी पार्टियां पहले ही महाकुंभ में अव्यवस्था को लेकर बीजेपी पर निशाना साध चुकी है.

जयंत बोले- संसद में हो चर्चा

केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने भी महाकुंभ पर चर्चा की मांग की है. चौधरी ने कहा कि महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा होनी चाहिए. राष्ट्रपति जी ने भी भाषण की शुरुआत उसी घटना से की. फिर चर्चा जरूरी है.

लोकसभा में रालोद के 2 सांसद और विधानसभा में 8 विधायक हैं. रालोद पश्चिमी यूपी की राजनीति में सक्रिय है.

भगदड़ के बाद सरकार बैकफुट पर

महाकुंभ में 29 जनवरी की रात संगम नोज पर भगदड़ की वजह से 30 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, आंकड़े के बढ़ने की बात कही जा रही है. वहीं कई चश्मदीदों ने दावा किया है कि एक भगदड़ झूंसी के पास भी हुई थी, जिसमें कई लोग मरे थे. सरकार ने अभी तक झूंसी की रिपोर्ट जारी नहीं की है.

भगदड़ के बाद प्रयागराज में वाहनों की एंट्री रोक दी गई है. लोग बॉर्डर पर अभी भी जाम में फंसे हैं. अव्यवस्था का यह मुद्दा भी यूपी में गर्म है. इधर, गुरुवार को प्रयागराज दौरे पर पहुंचे यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही है.

पूरे मामले में कहां चूक हुई, इसके लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है. रिटायर्ड जज हर्ष कुमार इस आयोग का नेतृत्व करेंगे. इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी.

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