अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को हुई विमान और मिलिट्री हेलिकॉप्टर की टक्कर को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना हेलिकॉप्टर के गलत ऊंचाई पर उड़ने के कारण हुई थी. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, ‘ब्लैकहॉक हेलिकॉप्टर बहुत ऊंचा उड़ रहा था, 200 फुट की सीमा से बहुत अधिक. यह समझने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए’. उनका यह बयान न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें यह सवाल उठाया गया था कि क्या हेलिकॉप्टर निर्धारित ऊंचाई से ऊपर उड़ रहा था.
रिपोर्ट के अनुसार, मिलिट्री हेलिकॉप्टर ने अपनी परमिशन उड़ान मार्ग से हेरफेर किया था और 200 फुट की ऊंचाई से कहीं अधिक उड़ान भर रहा था. इसने अमेरिकी एयरलाइंस के विमान से टक्कर मारी. हेलिकॉप्टर को निर्धारित उड़ान मार्ग पर तय किया गया था, जो रेगन नेशनल एयरपोर्ट के व्यस्त हवाई क्षेत्र से होकर गुजरता था. हवाई ट्रैफिक कंट्रोलर से हेलिकॉप्टर ने 200 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरने के लिए अनुमति प्राप्त की थी, ताकि वह अमेरिकी एयरलाइंस के विमान से टकरा न सके.
इतनी ऊंचाई की थी परमिशन
एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया कि हेलिकॉप्टर के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से खास मार्ग का अनुरोध किया था, जिसमें हेलिकॉप्टर को 200 फुट से ऊपर उड़ने की अनुमति नहीं थी. यह रूट पोटोमैक नदी के किनारे था, जो अमेरिकी एयरलाइंस के विमान से टकराव से बचने के लिए डिजाइन किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया कि हेलिकॉप्टर पायलट ने विमान को देखे जाने की पुष्टि की थी और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने उसे विमान के पीछे जाने का निर्देश दिया था, लेकिन हेलिकॉप्टर पायलट ने निर्धारित मार्ग का पालन नहीं किया.
हादसे का जिम्मेदार कौन?
इसके बजाय, हेलिकॉप्टर 300 फुट से अधिक ऊंचाई पर उड़ रहा था और निर्धारित मार्ग से कम से कम आधे मील की दूरी पर था. जिससे यह अमेरिकी एयरलाइंस के विमान से टकरा गया, जिससे एक गंभीर दुर्घटना हो गई. ट्रंप के बयान के बाद, इस मामले पर और भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस दुर्घटना में केवल हेलिकॉप्टर की गलती थी या फिर एयर ट्रैफिक कंट्रोल की भी कोई जिम्मेदारी थी.