बिस्तर में आग लगने से जिंदा जला दिव्यांग वृद्ध

खटीमा। ग्राम मुडेली में रविवार देर रात बिस्तर में आग लगने से एक दिव्यांग वृद्ध जिंदा जल गया। घटना के समय वृद्ध के बेटे ऊपर के कमरों में सो रहे थे। एक बेटा लघुशंका के लिए उठा तो उसने कमरे से धुआं उठता देखा। इस पर फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। जब तक दमकल कर्मियों ने आग को बुझाया, तब तक वृद्ध की मौत हो चुकी थी। बीड़ी से बिस्तर में आग लगने की आशंका है। पुलिस के मुताबिक, 65 वर्षीय श्यामलाल गंगवार पुत्र देवी दत्त शारीरिक रूप से विकलांग थे। वह कमरे में अकेले रह रहे थे। रविवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे उनके बिस्तर में आग लग जाने के कारण वह कमरे में ही फंस गए। देर रात जब बुजुर्ग का एक पुत्र लघुशंका के लिए उठा तो नीचे के कमरे से धुआं उठता देख मदद के लिए चिल्लाया। समाजसेवी बाबा विमलेश और पड़ोसियों ने पानी से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन उससे आग नहीं बुझी। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। जब तक मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग बुझाई, तब तक वृद्ध की मौत हो चुकी थी।

प्रभारी एफएसओ प्रदीप जोशी ने बताया कि वृद्ध बीड़ी पीने का आदी था। आशंका है कि बीड़ी से ही बिस्तर में आग लगी होगी। वृद्ध के तीन पुत्र हैं। इसमें दो ऊपर के कमरों में रहते हैं और एक पुत्र कहीं बाहर रहता है। दोनों पुत्र ई-रिक्शा चलाते हैं। छह माह पहले ही वृद्ध लकवे का शिकार हो गए थे। वह बोल भी नहीं पाते थे। उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। घटना की पूरी जांच मुख्य अग्नि शमन अधिकारी द्वारा भी की जाएगी। वृद्ध की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। वहीं कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि पोस्टमार्टम करा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।

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