पटना में मूर्ति विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों ने दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऑटो से जा रही महिलाओं के साथ भी उस भीड़ में छुपे बदमाशों ने मारपीट की है। लोगों का कहना है कि सैदपुर होस्टल के छात्रों के द्वारा मूर्ति विसर्जन किया जा रहा था। अब स्थानीय लोग घटना से आक्रोशित होकर सड़क पर उतर आगजनी करने लगे हैं। घटना कदमकुआं थाना क्षेत्र के नाला रोड की है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सरस्वती पूजा संपन्न करवाने को लेकर पुलिस प्रशासन काफी अलर्ट मोड पर थी। इस बीच शरारती छात्रों ने अचानक उत्पात मचाना शुरू कर दिया। कुछ युवक मूर्ति विसर्जन केम्लिये जा रही भीड़ में घुसकर अब दुकानों को टारगेट करने लगे थे। दुकानों के शीशे तोड़ने लगे। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता तब तक बदमाश दुकानों में घुसकर तोड़फोड़ करने लगे लगे। बदमाशों के इस हरकत का जब कुछ दुकानदारों ने विरोध किया, तब आवेशा में आकर बदमाश उन दुकानदारों पर ही टूट पड़े। बदमाशों ने कई दुकानदारों के साथ मारपीट भी की। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस दौरान बदमाशों ने लगभग एक दर्जन से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की और विरोध करने पर उन दुकानदारों के साथ मारपीट की। इस मारपीट की घटना में 5 से 6 दुकानदार घायल भी हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुँच गई। पुलिस उन बदमाशों की धड़-पकड़ करने लगी। उधर पुलिस को कार्रवाई करते देख बदमाश वहां से फरार हो गये। हालांकि घटना के बाद सभी शरारती छात्र मौके से निकल गए। इस घटना से आक्रोशित दुकानदारों ने बुधवार के दिन नाला रोड की सभी दुकानों को बंद करने का आह्वान किया है। उनकी मांग है कि मूर्ति विसर्जन के दौरान भीड़ में शामिल आसामाजिक तत्वों को चिन्हित करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर उनपर कार्रवाई करें। घटना के संबंध में स्थानीय दुकानदार विकास मेहता ने बताया कि उन असामाजिक तत्वों ने महिलाओं के साथ भी छेड़खानी और मारपीट की घटना को अंजाम दिया है। दुकानदारों ने बताया कि सैदपुर हॉस्टल के छात्रों के द्वारा कई राउंड फायरिंग भी की गई है, अब पुलिस उनपर कार्रवाई करे।