फर्शमाजरा गांव में शुक्रवार शाम के समय एक दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में दो साल का बच्चा उबलते पानी में गिर गया। इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हरमन चार बहनों का इकलौता भाई था। हमरन की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा उसके परिजनों को सौंप दिया। मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार शाम के समय फर्शमाजरा में मेहनत मजूदरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाला शमशेर अपने परिवार के संग हंसते खेलते खाना खा रहा था।
इसी दौरान उसकी पत्नी ने साथ में रखी अंगीठी पर पतीले में गर्म पानी होने के लिए रखा था। उसी समय दो साल का हरमन अपनी बहनों के साथ खेल रहा था। इसी बीच हरमन अपनी बहन के कंधों पर चढ़ गया। जैसे ही वह कंधे पर चढ़ा तो उसका संतुलन बिगड़ गया और वहां पर अंगीठी पर रखे खौलते पानी के पतीले पर गिर गया। जैसे ही वह नीचे गया तो पानी का पतीला उसके ऊपर गिर गया।
देखते ही खौलते पानी के कारण हरमन बुरी तरह से झुलस गया। हादसे के कारण चारों ओर चीख पुकार मच गई। आवाज सुनकर आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। खौलता पानी गिरने से मासूम बच्चे की पूरे शरीर की खाल उफन गई थी तथा वह दर्द से चीख रहा था। उसे तुरंत प्रभाव से कैथल के नागरिक अस्पताल लाया गया। यहां पर बच्चे की स्थिति गंभीर देखते हुए उसे परिजनों ने करनाल के कल्पना चावला अस्पताल रेफर कर दिया।
आनन-फानन बच्चे हरमन को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल लाया गया। वहां पर चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। परिजन जब उसे चंडीगढ़ पीजीआई ले जा रहे थे तो हरमन ने दम तोड़ दिया।
गांव में पसरा मातम
जैसे ही ग्रामीणों को हरमन की मौत की सूचना मिली तो पूरे गांव में मातम पसर गया। फर्शमाजरा में दोपहर के समय चूल्हे नहीं जले। सभी ग्रामीण शमशेर व उसके परिजनों को ढांडस बंधाने में जुटे थे। हरमन के पिता शमशेर पर बेटा खोने के कारण उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। भरी आंखों से शमशेर ने कहा कि उसकी दुनिया उजड़ गया है।
बता दें कि हरमन चार बहनों के बाद जन्मा था। सभी बहनें अपने भाई को बहुत अधिक प्यार करती थी। भाई की याद में बहनों तथा उसकी मां का रो-रोक कर बुरा हाल है। सीवन थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की धाराओं के तहत मामले में कार्रवाई की है। शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।