प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद बांग्लादेश में अपने पहले विदेश दौरे पर हैं। बांग्लादेश की आजादी को 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मुख्य अतिथि बनकर पड़ोसी मुल्क पहुंचे पीएम मोदी के दौरे का आज आखिरी दिन है। उनका यह दौरा कूटनीतिक दृष्टि से काफी अहम बताया जा रहा है, पीएम के दौरे से उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत होंगे और व्यापार बढ़ेगा। शनिवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के शीर्ष नेताओं ने 6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है।
दो दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे पीएम मोदी ने आज जशोरेश्वरी काली मंदिर में दर्शन किए और मां काली को सोने-चांदी का मुकुट चढ़ाया। इसके बाद वह बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख असीना के साथ शेख मुजीब उर रहमान स्मारक पहुंचे और महानायक को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पीएम मोदी और शेख असीना की मौजूदगी में भारत और बांग्लादेश के बीच कई एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। पीएम मोदी के दौरे की जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि पीएम शेख असीना ने भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ की सराहना की है।
हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है। वहीं, पीएम शेख हसीना ने भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ की सराहना की है। दोनों पक्षों (भारत और बांग्लादेश) की अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने में रुचि है। दोनों शीर्ष नेताओं के बीच शनिवार को तीस्ता मुद्दे पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने समझौते को पूरा करने के लिए भारत के प्रयासों और प्रतिबद्धता को दोहराया। भारतीय पक्ष ने फेनी नदी के पानी के बंटवारे के मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने के लिए भी अनुरोध किया है।