मणिपुर के पूर्व मंत्री युमनाम खेमचंद ने गुरुवार को राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि मणिपुर में नई सरकार के गठन पर निर्णय लेने के लिए जल्द ही बीजेपी विधायकों की बैठक बुलाई जाएगी. इस दौरान उन्होंने बीजेपी विधायकों में नाराजगी और अलग क्षेत्रीय पार्टी बनाने की बात के दावों को नकार दिया.
पूर्व शहरी विकास मंत्री खेमचंद ने मणिपुर बीजेपी अध्यक्ष ए शारदा से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही है. उन्होंने कहा कि एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद विधायकों की कोई बैठक नहीं हुई है. पहले हम विधायक दल के नेता के साथ बैठकर मुद्दों पर चर्चा करते थे. उनके इस्तीफे के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ही हमारे नेता हैं.
‘कुकी विधायकों के शामिल होने की संभावना नहीं’
पूर्व मंत्री ने मणिपुर बीजेपी अध्यक्ष से मुलाकात के बाद कहा कि जल्द ही पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई जाएगी. बैठक के दौरान हम नई सरकार के गठन से संबंधित मामलों पर चर्चा करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या सात कुकी बीजेपी विधायक बैठक में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इसकी संभावना नहीं है, क्योंकि जातीय संघर्ष के कारण वे इंफाल नहीं पहुंच पाएंगे.
बीजेपी विधायक एकजुट हैं- खेमचंद
इस दौरान उन्होंने बीजेपी विधायकों के बीच अलग-अलग गुटों और नई क्षेत्रीय पार्टी के गठन के दावों को भी खारिज कर दिया. खेमचंद ने कहा, ‘हमने भी मीडिया में इस बारे में सुना है. बीजेपी विधायक एकजुट हैं. उनके बीच कोई मतभेद नहीं है. नई पार्टी के गठन का कोई सवाल ही नहीं है. यदि कोई ऐसा सोच रहा है, तो वह दिन में सपने देख रहा है.’
वहीं, यह पुछे जाने पर कि क्या मणिपुर को नया मुख्यमंत्री मिल सकता है’ पूर्व मंत्री ने कहा कि यह फैसला बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व करेंगे. मणिपुर में 13 फरवरी को विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. वहीं, इससे कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद यहां राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई थी.