गुरुवार सुबह गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। 74 साल में फरवरी महीने का न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा दर्ज किया गया। 1951-2025 तक की समयावधि पर गौर करें तो आज का न्यूनतम तापमान सबसे अधिक 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से सात डिग्री अधिक है। यह अब तक का सर्वाधिक तापमान है। जबकि फरवरी समाप्त होने में अभी एक दिन बाकी है। वहीं, बारिश होने से अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं मौसम विभाग ने बताया कि 1951 से पहले का डेटा उपलब्ध नहीं है।
गुरुवार को फरवरी की सुबह सबसे अधिक गर्म रही। इस दौरान न्यूनतम तापमान सबसे अधिक रहा। फरवरी में अमूमन अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है। लेकिन बीते कई दिनों से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बुधवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री को पार करते हुए 32.4 और न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार सुबह हल्की बारिश हुई। वहीं 20-30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने से ठंड का अहसास हुआ। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई है। सुबह के समय हल्का कुहासा और आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने के कारण अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रहने का अनुमान है। मार्च के पहले सप्ताह से तापमान में बढ़ोतरी होनी शुरू होगी।
न्यूनतम तापमान का ऑल टाइम रिकॉर्ड, कब-कब कितना रहा
वर्ष-तिथि तापमान
25 फरवरी 2015 19 डिग्री सेल्सियस
24 फरवरी 1973 18.6 डिग्री सेल्सियस
20 फरवरी 2015 18.5 डिग्री सेल्सियस
29 फरवरी 1992 18.2 डिग्री सेल्सियस
15 फरवरी 1998 18.0 डिग्री सेल्सियस
27 फरवरी 1970 17.6 डिग्री सेल्सियस
17 फरवरी 1993 17.5 डिग्री सेल्सियस
26 फरवरी 2006 17.4 डिग्री सेल्सियस
28 फरवरी 1969 17.3 डिग्री सेल्सियस
20 फरवरी 2006 17.1 डिग्री सेल्सियस
आज का तापमान
अधिकतम तापमान: 25.0 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान: 19.5 डिग्री सेल्सियस
28 फरवरी को सूर्यास्त: शाम 6:21 मिनट
1 मार्च को सूर्योदय: सुबह 6:46 मिनट
पश्चिमी विक्षोभ और बादलों ने बढ़ाया तापमान
मौसम विज्ञानियों के समूह वेग्रीस ऑफ द वेदर के विशेषज्ञ बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हवाओं का रुख उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व हो गया। वहीं, आसमान में बादल भी छाए थे। यह तापमान बढ़ने की तात्कालिक वजह बनी। इसके साथ इस साल पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम रही है। जो आए भी, वह बेहद कमजोर रहे। जनवरी में शीत लहर भी नहीं चली। फरवरी महीने में मामूली बारिश रिकॉर्ड की गई। अभी तक फरवरी में 1.4 मिमी बारिश हुई जो 93 फीसदी कम है। सामान्य रूप से 19.2 मिमी बारिश होती है। इस सबका मिला-जुला असर तापमान में बढ़ोत्तरी के तौर पर देखा जा रहा है।