बिजनौर के गांव चौंधेड़ी निवासी सुमन (45) पत्नी जयपाल सिंह को मारने वाला गुलदार (तेंदुआ) नरभक्षी होने की ओर बढ़ रहा है। उसने महिला के शरीर का करीब 12 किलो मांस खा लिया है। यह बड़े खतरे की ओर इशारा करता है। वन्य जीव विशेषज्ञ जॉयल लॉयल की मानें तो मानव मांस खाने के बाद गुलदार का प्राकृतिक शिकार की ओर लौटना मुश्किल होता है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गुलदार ने सुमन के शरीर के अधिक मांस वाले हिस्सों को खाया है। चेहरे, गर्दन, थाई, पिंडलियों का करीब 12 किलो मांस गायब है। वन्य जीव विशेषज्ञ जॉयल लॉयल का कहना है कि आमतौर पर गुलदार की खुराक सात से आठ किलो होती है, लेकिन अधिक मांस खाने से स्पष्ट है कि गुलदार कई दिनों से भूखा होगा। उसकी उम्र भी लगभग आठ से दस साल के आसपास होगी। माना जाता है कि मानव मांस खा लेने के बाद गुलदार नरभक्षी हो जाता है। वह अपने प्राकृतिक शिकार को छोड़कर लोगों पर हमला करने लगता है। यदि ऐसा हुआ तो यह क्षेत्रवासियों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
दांतों में समस्या होने की आशंका
गुलदार ने महिला के शरीर का नर्म मांस खाया है। इससे लगता है कि गुलदार के दांतों में कुछ परेशानी हो सकती है। यदि ऐसा नहीं होता तो वह हड्डी वाले हिस्से के मांस भी खा सकता था। जबड़े की परेशानी भी उसके नरभक्षी होने का एक कारण हो सकती है, क्योंकि वह अपना प्राकृतिक शिकार नहीं कर पा रहा होगा।
शॉक एंड हैमरेज से हुई महिला की मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मौत का कारण शॉक एंड हैमरेज आया है। इससे पहले भी बाघ और गुलदार के हमलों में जो लोग मारे गए, उनकी मौत का कारण भी शॉक एंड हैमरेज ही आया था।
थर्मल ड्रोन से कर रहे तलाश : डीएफओ
गुलदार की तलाश में वन विभाग की दो टीमें क्षेत्र में लगी हुई हैं। डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि पेट्रोल टीम अलग से लगी है। एक थर्मल ड्रोन से तलाश की जा रही है। तीन पिंजरे और छह ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। डीएफओ का कहना है कि गुलदार के अधिक मांस खाने के कई कारण हो सकते हैं। हमला करने वाले गुलदार के एक वयस्क नर होने की संभावना है।
पीड़ित परिवार को दी आर्थिक सहायता
डीएफओ ज्ञान सिंह अपनी टीम के साथ शुक्रवार को मृतक के परिवार से मिलने पहुंचे। वहां मृतक के अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक सहायता दी। साथ ही मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया।