पीएफ है तो सेफ है, बाजार की गिरावट में भी सुरक्षित रहेगा पैसा

शेयर बाजार में बिकवाली ने बीते शुक्रवार को रिकॉर्ड बना दिया. दलाल स्ट्रीट पूरा लाल हो गया है. पिछले 5 महीनों से मार्केट गिरता ही जा रहा है. हफ्ते और फरवरी महीने के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 14,00 अंकों से ज्यादा टूट गया. वहीं, निफ्टी में भी बंपर बिकवाली देखने को मिली. बड़ी से बड़ी कंपनियों को लाखों का नुकसान हुआ और बड़े-बड़े शेयर लाल-लाल हो गए. शेयर बाजार में लोग निवेश करते हैं और अच्छे रिटर्न की उम्मीद करते हैं. लेकिन इन दिनों मार्केट में निवेश करने वालों का बुरा हाल है. इसी बीच निवेश के कुछ ऑप्शन ऐसे भी हैं, जहां निवेश करने पर मार्केट की गिरावट का असर नहीं होता है और न ही उनका रिटर्न कम होता है. इनमें से पीएफ में निवेश भी एक ऑप्शन है. आइए आपको उन सभी निवेश तरीकों के बारे में बताएं जहां मार्केट की बिकवाली का असर नहीं होता है.

ईपीएफओ के बारे में फैसला लेने वाली सर्वोच्च संस्था केंद्रीय बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की शुक्रवार को मीटिंग हुई, जिसमें उम्मीद जताई जा रही थी कि सरकार की ओर से पीएफ पर मिलने वाले सालाना ब्याज की दर को बढ़ाया जाएगा. हालांकि, दर को बढ़ाया तो नहीं गया लेकिन सीबीटी ने ब्याज की दर को बरकरार रखा है. यानी पीएफ अब भी 8.25 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा. शेयर बाजार में बिकवाली के बीच जहां एक ओर निवेशकों के पैसे डूब रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर पीएफ जैसे कई सारे निवेश के तरीके हैं. जहां पर एक फिक्स ब्याज आपको मिलेगा. मार्केट की गिरावट का आपके निवेश पर असर नहीं पड़ेगा. आइए आपको उन तरीकों के बारे में बताते हैं.

इन सरकारी स्कीम्स पर मिलता है फिक्स ब्याज

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए पीएफ एक वरदान की तरह है. पीएफ पर मिलने वाला ब्याज तय होता है और इस बाजार शेयर बाजार की गिरावट का कोई असर नहीं पड़ता है. वहीं सरकार की ओर कई सारी ऐसी योजनाएं हैं, जिन पर सरकार फिक्स ब्याज देती है. उन पर मार्केट का कोई असर नहीं होता है. इनमें सीनियर सिटीजन सेविंग्स अकाउंट स्कीम, सुकन्या समृद्धि स्कीम, किसान विकास पत्र स्कीम्स शामिल हैं.

स्कीमब्याज दर(सालाना)
पीएफ स्कीम8.25%
सीनियर सिटीजन सेविंग्स अकाउंट स्कीम8.2%
सुकन्या समृद्धि स्कीम8.2%
किसान विकास पत्र स्कीम7.5%

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