शहजादी को यूएई के अबूधाबी में खंभा से दोनों हाथ बांधकर सीने में गोली मारने जैसी सोशल मीडिया की चर्चाओं पर पिता शब्बीर ने विराम लगा दिया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में प्रचलित गोली मारने जैसी बात कोरी अफवाह है। उनकी बेटी को फांसी दी गई है और उसका कब्रिस्तान में कब्र नंबर ए-7,एस-1, 954 में दफनीना हुआ है।
पिता शब्बीर ने कहा कि दुबई में रहने वाली रिश्ते की बेटी नगमा दफनीना के समय मौजूद थी, उसका भी यहीं कहना है। रिश्ते की बेटी ने वीडियो कॉलिंग के जरिए शहजादी के दफनीना का दृष्य दिखाने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया। क्योंकि उनके पास बेटी का चेहरा देखने की हिम्मत नहीं थी। हालांकि नगमा ने फोन पर वहां की जानकारी जरूर दी थी। कुछ कब्रिस्तान की फोटो भी डाली थी। उनके कहने पर दुबई की सरकार ने शहजादी का दफनीना कब्रिस्तान में कराया। कब्रिस्तान को पक्का कर कब्र नंबर जारी किया गया है।
ताकि कभी वहां परिवार के लोग पहुंचे तो मगफिरत के लिए दुआ कर सके। सोशल मीडिया में खंभे से बांधने व गोली मारने जैसी इस तरह की कोई जानकारी उनके द्वारा नहीं दी गई है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बेटी को बचाने के लिए मदद तो किसी ने नहीं की, अब उसकी मौत पर बाल का खाल निकाल रहे हैं।
फाइनल रिपोर्ट को कोर्ट में करूंगा चैलेंज
पिता शब्बीर ने कहा कि कहा कि फेसबुक के जरिए दोस्ती कर उसे आगरा ले जाकर बहला फुसलाकर दुबई में बेचने और उसके डेबिट कार्ड से पैसा निकालने की रिपोर्ट उन्होंने कोर्ट के आदेश पर मटौंध थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने इसमें फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। मैं अभी तक बेटी को बचाने में लगा था। मैं बेटी को इस हालात में पहुंचाने वालों को छोड़ूंगा नहीं। फाइनल रिपोर्ट को हाईकोर्ट में चैलेंज करूंगा।