यूपी के सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. नैमिषारण्य के बरगदिया घाट पुल पर पुलिस फोर्स की मौजूदगी के बीच अंतिम संस्कार किया गया. पिता ने बेटे को मुखाग्नि दी. इससे पहले, रविवार सुबह हाईवे पर शव रखकर प्रदर्शन करने को लेकर पत्रकार के परिवार वालों और पुलिस में झड़प हो गई थी. भीड़ और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई. इस दौरान भीड़ में से किसी ने इंस्पेक्टर अनूप शुक्ला का कॉलर भी पकड़ लिया था.
पत्रकार राघवेंद्र की बदमाशों ने शनिवार दोपहर गोली मारकर हत्या कर दी थी. देर रात शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों ने कहा था- जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. बाद में पुलिस के समझाने पर घर वालों ने नैमिषारण्य घाट पर अंतिम संस्कार किया. यूपी में जंगलराज, सरकार फेल पत्रकार के घर वालों से मुलाकात करने कमेरावादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल भी मौके पर पहुंची.
दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग
पल्लवी पटेल ने परिवार को आर्थिक मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यूपी में जंगलराज कायम है. सरकार हर जगह फेल हो रही है. परिवार को न्याय नहीं मिला, तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा. पत्रकार हत्याकांड मामले में पुलिस ने 4 लेखपाल समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया है. इनमें लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष अनीश द्विवेदी, लेखपाल राम सिंह राणा, प्रतीक गुप्ता और डीपी सिंह शामिल हैं. इसके अलावा राघवेंद्र के पड़ोसी रिटायर फौजी और 3 अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए थाने में बैठाया है.
क्या है वजह?
बताया जा रहा कि कुछ दिन पहले राघवेंद्र ने धान खरीद में अनियमितता को लेकर खबर चलाई थी, इसके बाद 4 लेखपालों को नोटिस जारी किया गया था. घटना का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है. 1 मिनट 33 सेकंड के एक फुटेज में शनिवार दोपहर 2:52 बजे पत्रकार राघवेंद्र बाइक से जाते दिख रहे हैं. 20 सेकेंड के बाद दोपहर 2:53 बजे उनके पीछे एक बाइक पर दो युवक दिख रहे हैं. फुटेज में बाइक चला रहा युवक मुंह पर रुमाल बांधे हुए है. इसके 5 सेकेंड बाद एक ब्लैक थार जाती हुई दिख रही है. फुटेज घटना से कुछ मिनट पहले का है. इसमें दिख रहे बाइक सवार दोनों युवकों ने राघवेंद्र पर फायरिंग की थी. ये बाइक और थार कार राघवेंद्र का पीछा कर रही थीं.
गोली मारकर कर दी गई हत्या
सीतापुर में लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे (NH-30) पर शनिवार दोपहर 3 बजे पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई (36) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के हेमपुर रेलवे क्रासिंग के पास बने ओवरब्रिज पर हुई. महोली कस्बा निवासी राघवेंद्र की बाइक को बाइक सवार बदमाशों ने पहले टक्कर मारकर गिराया. जमीन पर गिरते ही अंधाधुंध फायरिंग की और मौके से फरार हो गए थे. पुलिस ने राघवेंद्र को अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. राघवेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा 8 साल की बेटी अस्मिता और 10 साल का बेटा आराध्य है.
फोन आने के बाद घर से निकले थे राघवेंद्र
तहसीलदार सदर और पत्रकार के बीच वॉट्सऐप चैट सामने आया है, इसमें पत्रकार ने शनिवार को मुलाकात के लिए तहसीलदार से समय मांगा था. तहसीलदार ने थाना दिवस का हवाला देते हुए 2 बजे के बाद तहसील में मिलने के लिए बुलाया था. बताया जा रहा है कि राघवेंद्र तहसीलदार से मिलने के लिए जा रहे थे. घटना की सूचना पर आईजी रेंज प्रशांत कुमार भी शनिवार देर रात सीतापुर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया. रविवार को उन्होंने राघवेंद्र के परिजनों से मुलाकात की.
आरोपियों की गिरफ्तारी का दिया भरोसा
आईजी रेंज ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया. सूत्रों के मुताबिक, पत्रकार की लिखी गई खबरों से सरकारी अधिकारियों समेत कई लोग काफी परेशान थे. राघवेंद्र के परिजन जय प्रकाश ने दावा किया कि राघवेंद्र को 10 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके बाद ही यह वारदात हो गई. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय रविवार सुबह राघवेंद्र के घर पहुंचे. पीड़ित परिवार से मुलाकात की. परिवार को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिया. उन्होंने कहा- प्रदेश में जंगल राज है। योगी सरकार अपनी हेकड़ी और बात कहने में मस्त है, केवल धूल पीट रही है. पूरे प्रदेश में तबाही मची हुई है.