मुजफ्फरनगर में शहरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को हॉट कुक यानी पका गर्म खाना देने की योजना डेढ़ वर्ष बाद भी परवान नहीं चढ़ पाई। एक वर्ष पहले पालिका की ओर से आंगनबाड़ी केन्द्रों को बर्तन भी उपलब्ध करा दिये गए थे। बावजूद शहरी क्षेत्र के 236 केन्द्रों के पांच हजार से अधिक बच्चे योजना के लाभ से संचित हैं।
नवंबर 2023 में प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आने वाले तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए हॉट कुक्ड मील योजना लागू की गई थी। बाल विकास सेवा एवं पुष्टहार विभाग की ओर से व्यवस्था की गई थी कि शहरी क्षेत्र के 236 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर किचन संचालन के लिए बर्तन और चूल्हों का इंतजाम नगर पालिका कराएगी।
पालिका ने बर्तनों के लिए दिया था 14.58 लाख का बजट
शहरी क्षेत्र में हॉट कुक्ड मील योजना के लिए नगर पालिका की ओर से थाली, प्लेट, गिलास आदि बर्तनों सहित गैस सिलेंडर, गैस चूल्हा, रेगुलेटर और 10 लीटर की स्टील की बाल्टी की खरीद कर 236 आंगनवाडी केंद्रों को समान अनुपात में उपलब्ध कराया जाना था। पालिका की ओर से इस मद में शहरी क्षेत्र के 76 आंगनवाडी केंद्रों पर ही सामान की आपूर्ति कराई गई। जिस पर पालिका ने 14.58 लाख रुपये का बजट दिया था।
तीन से छह वर्ष के 5042 बच्चों को गर्म खाने का इंतजार
पालिका की ओर से एक वर्ष पूर्व उपलब्ध कराए गए बर्तन सदर ब्लॉक में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों को सौंप दिये गए थे, जिस कारण नगरीय क्षेत्र के 236 केन्द्रों पर हॉट कुक्ड की व्यवस्था नहीं हो पाई। कालांतर में शासन की ओर से अन्य मद से कुछ केन्द्रों को बर्तन आदि उपलब्ध कराए गए, लेकिन योजना शुरू नहीं हो पाई। इस कारण तीन से छह वर्ष आयु वर्ग के करीब 5042 बच्चे गर्म खाने से महरूम हैं।
सिलेंडर आपूर्ति के साथ ही शुरू होगा भेाजन वितरण: रविता सिंह
बाल विकास सेवा एवं पुष्टहार परियोजना अधिकारी रविता सिंह का कहना है कि हॉट कुक्ड मील योजना के तहत आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आने वाले तीन से छह साल के बच्चों को सरकारी विद्यालयों में संचालित मिड-डे मील मेन्यू अनुसार ही गर्म खाना दिया जाना था, लेकिन सिलेंडर व बर्तन उपलब्ध न हो पाने के कारण शहरी केन्द्रों पर बच्चों को गर्म खाना वितरित नहीं हो सका। केन्द्रों पर अब बर्तन और गैस सिलेंडर पहुंच रहे हैं। शीघ्र ही सभी केन्द्रों पर बच्चों को गर्म खाने का वितरण प्रारंभ कराया जाएगा।