बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार सुबह चाचा-भतीजे को गोलियों से भूनने वाले आरोपियों ने शाम को फिर दुस्साह दिखया। इस बार पुलिस टीम पर ही फायरिंग कर भागने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने पैर में गोली मारकर दोनों को दबोच लिया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी शरीफ खां व अब्बास खां को बृहस्पतिवार शाम पितांबरपुर रेलवे स्टेशन के बाहर से गिरफ्तार किया गया। दोनों ट्रेन पकड़कर बाहर भागने की फिराक में थे। आरोपियों से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त असलहों के बारे में पूछताछ की। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हत्या करने के बाद घटनास्थल से कुछ दूर खंडहर में तमंचे छिपा दिए थे।
उनकी निशानदेही पर पुलिस असलहे बरामद करने गई तो आरोपियों ने तमंचे उठाते ही पुलिस टीम पर पर फायर कर दिया। बचाव में पुलिसकर्मियों ने आरोपियों पर फायरिंग कर दी। इसमें दोनों आरोपियों के पैर में गोली लग गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से दो तमंचे बरामद किए हैं।
चाचा-भतीजे को घेरकर बरसाईं थी गोलियां
फरीदपुर क्षेत्र के घारमपुर गांव निवासी दौलत खां (50) और उनके रिश्ते के भतीजे रहीस खां (32) की बृहस्पतिवार सुबह करीब आठ बजे गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। वह दोनों दोनों बाइक से पालेज देखने जा रहे थे। गांव के ही शरीफ खां, अब्बास खां व उनके साथियों ने बुखारा रोड पर नवनिर्मित कॉलोनी में उन्हें घेर कर दौलत खां पर फायरिंग शुरू कर दी। रहीस खां वहां से जान बचाकर भागा। सौ मीटर दूरी पर आरोपियों ने उसे भी घेर लिया और कई गोलियां मारीं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
घटनास्थल से मिले कई खोखे
हत्या के बाद फरीदपुर थाना पुलिस व फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। वहां से 315 व 312 बोर के कई खोखे बरामद किए। ये खोखे पूरी कहानी बयां कर रहे थे कि किस तरह बर्बरता से दोनों के शरीर को छलनी किया गया है। एडीजी रमित शर्मा, एसएसपी अनुराग आर्य व एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल की।