आगरा में एसटीएफ ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो 10वीं फेल को भी सीधे ग्रेजुएट बना देता है। ये गिरोह अर्जुन नगर गेट के पास स्थित किराए की दुकान से नामी विश्व विद्यालयों की मार्कशीट तैयार करके दे रहा था। बताया गया है कि यहां से बनाई गई मार्कशीट से बड़ी संख्या में लोग सरकारी नौकरी भी कर रहे हैं। पुलिस ने एक आरोपी को दबोच लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है।
फर्जी मार्कशीट हुईं बरामद
एसटीएफ ने बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट और खाली मार्कशीट बरामद की हैं। बताया गया है कि यह शख्स अब तक आठ हजार से अधिक मार्कशीट बना चुका है।
मुखबिर की सूचना पर पहुंची एसटीएफ
एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर अर्जुन नगर गेट के पास स्थित एक दुकान में छापा मारा। यहां से धनेश मिश्रा को दबोच लिया गया। जब दुकान की छानबीन की गई, तो यहां से बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट मिलीं। साथ ही अलग-अलग विश्व विद्यालयों की खाली मार्कशीट भी बरामद की गईं।
चार साल से बना रहा फर्जी मार्कशीट
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि फर्जी मार्कशीट बनाने का काम पिछले चार साल से कर रहा है। वह ज्यादातर प्राइवेट विश्व विद्यालयों की फर्जी मार्कशीट बनाता है। इसके एवज में वह दो से ढाई लाख रुपये लेता है। उसने चार विश्व विद्यालयों से अनुबंध कर रखा था। वह बच्चों से इन्हीं विवि से फार्म भरवाता था।
कोर्स के हिसाब से लेता है पैसे
आरोपी ने एसटीएफ को बताया कि वह कोर्स के हिसाब से पैसा लेता था। व्यावसायिक कोर्स की मार्कशीट के वह दो से ढाई लाख रुपये लेता था, जबकि बीए और बीकॉम के लिए 20 से 50 हजार रुपये वसूलता था। एसटीएफ ने उसके पास से महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।