दिल्ली में मेरठ जैसी दरिंदगी: आसिफ ने महिला मित्र को दी खौफनाक मौत

दूसरे लड़कों से बातचीत करने से नाराज एक युवक ने कार में अपनी महिला मित्र की गला घोंटकर हत्या कर दी। शव ठिकाने लगाने के लिए वह काफी देर तक कार में इधर उधर घूमता रहा और फिर एक दोस्त की मदद से छावला में पहुंचा, जहां उसने नजफगढ़ नाले में शव फेंक दिया। शव बाहर न निकले, इसके लिए आरोपियों ने हाथ-पैर को रस्सी से बांधकर उसमें पत्थर बांध दिया, लेकिन पांच दिन के बाद ही शव पानी से बाहर निकल गया और छावला थाना पुलिस ने शव बरामद कर लिया। हत्या के इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने आरोपियों आसिफ और जावेद उर्फ जुबैर को गिरफ्तार कर लिया।

मृतका की पहचान कोमल के रूप में हुई है। वह सुंदर नगरी में रहती थी और कॉल सेंटर में काम करती थी। द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि 17 मार्च को छावला थाना पुलिस को नजफगढ़ नाले में युवती का शव होने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने शव नाले से बाहर निकाला। शव सड़ी गली अवस्था में था। छावला पुलिस ने शव मिलने की जानकारी दिल्ली की सभी थाना पुलिस को दे दी।

इसी बीच नंद नगरी से लापता एक युवती के परिजनों ने शव की पहचान बेटी कोमल के तौर पर की। उन्होंने बताया कि कोमल 12 मार्च से लापता थी। इस बाबत नंद नगरी थाने में शिकायत की थी। छावला पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने युवती की कॉल डिटेल को खंगाला, जिसमें अंतिम कॉल आसिफ नाम के टैक्सी ड्राइवर की थी। पुलिस ने आसिफ को हिरासत में लेकर पूछताछ की। 

हत्यारोपी आसिफ ने बताया कि उसकी पांच साल से कोमल से दोस्ती थी। कुछ दिन से वह उसे नजरअंदाज कर रही थी। इस दौरान उसे पता चला कि वह अन्य लड़कों से बात कर रही है। उसने कोमल को बातचीत करने के बहाने निर्माण विहार के पास बुलाया। फिर टैक्सी में बैठकर दोनों वहां से निकले। बातचीत के दौरान कहासुनी हो गई। उसने कार में ही कोमल का गला घोंटकर हत्या कर दी। उसने दोस्त जावेद उर्फ जुबैर के साथ मिलकर शव ठिकाने लगा दिया।

पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शन करने से रोका
बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपे जाने के बाद परिवार नंद नगरी स्थित गगन सिनेमा के पास पहुंचा। परिवार वाले शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों ने समझा बुझाकर उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।

दोनों आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग
मृतका कोमल की दादी विमला ने कहा कि उसकी पोती की आसिफ से कोई दोस्ती नहीं थी। उन्होंने दोनों आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की है। दादी ने बताया कि जावेद उर्फ जुबैर उसके पड़ोस में रहता था, जबकि आसिफ सुंदर नगरी के ओ ब्लॉक में रहता था। कोमल के परिवार की जावेद व उसके परिवार से कोई बातचीत नहीं थी। घटना के बाद से जावेद की पत्नी और बच्चे भाग गए हैं।

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