नारनौल में आयोजित जन शिकायत निवारण समिति (ग्रीवेंस) की बैठक उस समय विवादों में घिर गई जब खटौटी गांव के एक व्यक्ति ने अपनी समस्या का समाधान न होने पर सल्फास खाने की धमकी दे दी। फरियादी का कहना था कि वह भाजपा कार्यकर्ता होने पर शर्म महसूस कर रहा है क्योंकि उसकी समस्या का समाधान वर्षों से नहीं हो रहा।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे मंत्री अरविंद शर्मा के सामने जब फरियादी ने अतिक्रमण का मामला उठाया तो उन्होंने मीडिया को वीडियो और फोटो लेने से मना कर दिया। मंत्री ने पुलिसकर्मियों से कहा कि मीडिया को बाहर निकालो, जिसके बाद सभी पत्रकारों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया और बाहर चले गए।
फरियादी का आरोप था कि अतिक्रमण के मामले का समाधान नहीं हुआ तो मैं सल्फास खाकर जान दे दूंगा। इस घटनाक्रम के बाद प्रशासन और मंत्री अरविंद शर्मा की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। मीडिया कर्मियों ने इस घटना की निंदा करते हुए पारदर्शिता की मांग की और कहा कि जनता की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता।