बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी एक्शन मोड में है. बीजेपी और एनडीए कोई मौका नहीं गंवाना चाहता है, जिसका अंदाजा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे से लगाया जा सकता है. रविवार को अमित शाह अपने दौरे के दूसरे दिन पटना के बापू सभागार में आयोजित राज्य सहकारिता सम्मेलन में सम्मिलित हुए. इस दौरान उन्होंने सहकारिता विभाग की 823 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया.
इसके अलावा इस कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में 100 सहकारी समितियों को माइक्रो ATM भी बांटे गए. साथ ही गृह मंत्री ने मिथिला के लोगों को मखाना प्रोसेसिंग यूनिट का ऑनलाइन उद्घाटन किया. यहां से उन्होंने 7000 सहकारी समिति को संबोधित भी किया.
लालू यादव पर गरजे शाह
गृह मंत्री शाह ने सहकारिता विभाग के कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर जमकर तंज कसा. उन्होंने कहा कि लालू जी अगर आपने बिहार के लोगों के लिए कुछ किया है तो हिसाब किताब लेकर आइए और बताइए. शाह ने कई सारी योजनाओं का नाम गिनाते हुए आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है. उन्होंने सहकारिता को मजबूत करने का काम किया.
चीनी मिल खोलने का किया वादा
शाह ने आगे कहा कि 75 साल तक किसी को सहकारिता मंत्रालय बनाने की जरूरत नहीं समझी. मगर, पीएम मोदी ने मंत्रालय बनाया. सहकारिता का सबसे ज्यादा फायदा बिहार को होगा. लालू प्रसाद के समय सहकारिता चौपट हो गया था. इसको बर्बाद करने का श्रेय लालू एंड लालू कंपनी को जाता है. उन्होंने आगे कहा कि बंद पड़ी चीनी मिल को चालू करने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे. अमित शाह ने कहा कि अगर फिर से शासन में आ गए तो बंद पड़े चीनी मिल को खुलवा दिया जाएगा.