राज्यसभा में आज वक्फ संशोधन कानून पर चर्चा हुई। चर्चा में भाग लेते हुए बिहार से निर्वाचित राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सदस्य प्रो. मनोज कुमार झा ने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विधेयक पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है, इसलिए सरकार को इस तरह के कानून बनाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। मनोज झा ने संबोधन के दौरान कहा, इस देश के मुसलमान पर इस मिट्टी पर कर्ज है। इस कर्ज के रिश्ते को व्यापारी के रिश्ते की तरह मत देखिए। अगर आपकी नजर में बदलाव नहीं आएगा तो सबकुछ बिखर कर रह जाएगा।
घनश्याम तिवाड़ी ने चुटकी ली, कहा- अतिरिक्त समय मिलेगा
मनोज झा के संबोधन के दौरान कुछ अहम रेफरेंस की तलाश किए जाने की बात कहने पर पीठासीन सभापति घनश्याम तिवाड़ी ने चुटकी भी ली। तिवाड़ी राजस्थान से निर्वाचित भाजपा सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, आपको अतिरिक्त समय मिलेगा।

विधेयक के प्रावधान और सरकार की नीयत एक जैसी, इसलिए डर लगता है: मनोज झा
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का जिक्र करते हुए, संजय सिंह ने कहा, वे एम्स में इलाज करा रहे हैं। कल उनका एक वीडियो कट करके सोशल मीडिया पर खूब चलाया गया। उन्होंने कहा कि देश बंटवारे के बाद भरोसे का मुद्दा था। आज सदन में वक्फ विधेयक पर चर्चा के दौरान दोनों ही पक्ष तैयारियों के साथ आए हैं। हम गर्दनों के साथ हैं वे (सरकार) आरियों के साथ। बकौल झा, आज देश का माहौल कैसा है, इस पर एक नजर डालने की जरूरत है। उन्होंने कहा, आए दिन आर्थिक बहिष्कार की बातें होती है, मस्जिद के नीचे कुछ ढूंढा जाता है। ऐसे माहौल में आपके विधेयक के प्रावधान और आपकी नीयत, दोनों एक तरह की होने पर डर लगता है।

आप सांसद ने छुआछूत मिटाने की अपील की
वक्फ विधेयक पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सरकार पर तीखे जुबानी वार किए। हालांकि, उनके वक्तव्य का अधिकांश हिस्सा असंसदीय बताई गई और पीठासीन सभापति के निर्देश पर बयान के अंशों को सदन की कार्यवाही से हटाना पड़ा। संजय सिंह ने कहा, आप कहते हैं कि पिछड़ों और महिलाओं को उनका अधिकार देने के लिए बिल लाए हैं. चलिए लाइए अगले सत्र में एक बिल छुआछूत मिटाने के लिए. दिलाइए मंदिरों के ट्रस्ट में 80 फीसदी पिछड़ों, दलितों और जनजातियों के लोगों को जगह. मैं आपका अभिनंदन करूंगा।
भाजपा के 2009 वाले चुनावी घोषणा पत्र का भी उल्लेख किया
उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट में अयोध्या के जिलाधिकारी के हिंदू न होने पर एडीएम को सदस्य बनाए जाने के प्रावधान का जिक्र किया और कहा कि हम इसका समर्थन करते हैं. 2013 में आपके समर्थन से संशोधन विधेयक पारित हुआ था, कह दीजिए कि गलत बोल रहा हूं। संजय सिंह ने कहा, 2009 का आपका मैनिफेस्टो लेकर आया हूं, ये मेरे घर नहीं बना है। आपने उसमें कहा था कि रहमान कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक वक्फ की जमीन से अवैध कब्जा खाली कराने का काम करेंगे।
आप सांसद की चुनौती- नीरव मोदी को पकड़कर लाइए
2020 में भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दिया कि 99 फीसदी वक्फ संपत्तियां डिजिटाइज हो चुकी हैं. मुख्तार अब्बास नकवी का बयान था कि सौ फीसदी संपत्तियां डिजिटाइज हो चुकी हैं. जब सब डिजिटाइज कर चुके हैं तो क्या फसाद कराने के लिए कागज मांग रहे हैं? आप फसाद कराने वाले हिंदू हैं। आपको करोड़ों मुसलमानों की चिंता है तो एक नीरव मोदी को पकड़कर लाइए और 12 हजार करोड़ दे दीजिए मुसलमानों को, आठ हजार करोड़ का आपको मुनाफा होगा।
वक्फ संपत्तियों पर राज्य और केंद्र की सरकारों का कब्जा
संजय सिंह ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा, सच्चर कमेटी की पूरी रिपोर्ट बताइए। सुविधाजनक सत्य मत बोलिए। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि सैकड़ों वक्फ प्रॉपर्टियां राज्य और केंद्र की सरकारों ने कब्जा कर रखा है। कैसे तय करेंगे कि कौन प्रैक्टिसिंग मुस्लिम है. आपने कई ऐसे प्रावधान रखे हैं जो बताते हैं कि आपकी मंशा मुस्लिमों का भला करने की नहीं है। आप मुसलमानों को ठीक करने के नाम पर करोड़ों हिंदुओं का नुकसान कर रहे हैं। अभी भी मौका है, इस बिल को वापस लीजिए। संजय सिंह के वक्तव्य पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संजय सिंह तर्कहीन बात करते हैं। विधेयक के बिंदुओं पर बात कीजिए, सारे जवाब दूंगा।