केंद्र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पास करा लिया। सरकार को एनडीए के सभी घटक दलों का जबरदस्त समर्थन मिला और विधेयक के पक्ष में 288 सांसदों ने वोट किया। वहीं, इसके विपक्ष में 232 वोट पड़े। इसके साथ ही विधेयक के राज्यसभा में जाने का रास्ता साफ हो गया। जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने कहा, ‘संविधान का अनुच्छेद 25 भारत के लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार प्रदान करता है। मुझे लगता है कि कल का विधेयक संविधान द्वारा प्रदत्त उस अधिकार का उल्लंघन करता है।’
वक्फ की लाखों-करोड़ों की संपत्ति पर अवैध कब्जा किया गया
वहीं, भाजपा नेता रविंदर रैना ने कहा, “वक्फ संशोधन विधेयक पर संसद में जो बहस हुई, उससे एक बात साफ हो गई है कि वक्फ की लाखों-करोड़ों की संपत्ति पर अवैध कब्जा किया गया है। यह विधेयक वक्फ बोर्ड में व्याप्त कुप्रबंधन को दूर करने के लिए लाया गया है। वक्फ के अधीन संपत्तियां हमारे मुस्लिम भाइयों के कल्याण के लिए सामाजिक और धार्मिक कार्यों के लिए दान की गई हैं और उनके प्रबंधन के लिए यह कानून लाया गया है। इस बारे में किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए। कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति के कारण झूठ फैला रहे हैं, लेकिन गृह मंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सभी वक्फ संपत्तियां हमारे मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए हैं।”