चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की राजनीति विज्ञान की परीक्षा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर आपत्तिजनक प्रश्न पूछे जाने से बवाल मच गया है। प्रश्न पत्र में आरएसएस को कट्टरपंथी और आतंकी संगठनों के साथ जोड़ा गया था। इस मामले में विश्वविद्यालय ने कार्रवाई करते हुए प्रश्न पत्र बनाने वाली शिक्षिका को आजीवन के लिए डिबार कर दिया है।

एमए राजनीति विज्ञान द्वितीय वर्ष के पेपर में आरएसएस की धार्मिक एवं जातीय पहचान को राजनीति और आतंकी संगठनों से जोड़ने पर हंगामा हो गया। संघ ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए सवाल को गलत बताया। एबीवीपी ने संघ पर पूछे सवाल को आपत्तिजनक करार देते हुए शुक्रवार को कैंपस में प्रदर्शन कर दिया। मामले बढ़ने पर विश्वविद्यालय ने समिति बनाते हुए जांच कराई। जिस पेपर में संघ पर सवाल पूछे गए थे, वह मेरठ कॉलेज में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ. सीमा पंवार ने बनाया था। इस घटना के बाद पेपर निर्माण प्रक्रिया भी सवालों में हैं। विश्वविद्यालय स्तर पर किसी ने पेपर चेक नहीं किया।
प्रोफेसर ने माफी मांगी, कहा- मेरी मंशा गलत नहीं थी
प्रो. सीमा पंवार ने विश्वविद्यालय से लिखित में मांफी मांगते हुए कहा कि उनकी मंशा गलत नहीं थी। वह पेपर में दर्ज सवाल पर क्षमा मांगती हैं। उन्होंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया।
सीसीएसयू ने किया आजीवन डिबार
रजिस्ट्रार धीरेंद्र वर्मा के अनुसार प्रो. सीमा पंवार को विश्वविद्यालय ने बतौर परीक्षक आजीवन डिबार कर दिया है। भविष्य में उनसे पेपर से जुड़ा कोई काम नहीं लिया जाएगा। रजिस्ट्रार के अनुसार विश्वविद्यालय ने प्रकरण की सूचना मिलते ही जांच कराई और परीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा। प्रोफेसर ने लिखित में गलती स्वीकार कर ली है। भविष्य में ऐसी गलती ना हो, इसका ध्यान रखा जाएगा।