शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजारों में तेज गिरावट देखी गई, जो हालिया समय की सबसे बड़ी मानी जा रही है। चीन द्वारा अमेरिका के खिलाफ टैरिफ बढ़ाने की घोषणा के बाद मंदी की चिंता और गहराती नजर आई। अमेरिकी डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज में 2,231 अंकों (करीब 5.5%) की भारी गिरावट हुई, वहीं एसएंडपी 500 करीब 5.97% और टेक कंपनियों पर आधारित नैस्डैक इंडेक्स लगभग 5.82% लुढ़क गया। कोविड-19 महामारी के बाद यह सबसे बड़ी गिरावटों में से एक है।
रोजगार के मजबूत आंकड़े भी नहीं रोक सके गिरावट
हालांकि अमेरिका में रोजगार के ताजा आंकड़े सकारात्मक रहे, लेकिन बाजार पर इनका कोई खास असर नहीं पड़ा। मार्च में अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने 2.28 लाख नई नौकरियां जोड़ीं, जो फरवरी की तुलना में कहीं बेहतर था। इसके बावजूद, निवेशक चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध के बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित नजर आए और शेयरों से दूरी बनाए रखी।
डॉव और नैस्डैक ने दर्ज की रिकॉर्ड गिरावट
नैस्डैक इंडेक्स दिसंबर 2022 के उच्चतम स्तर से 20% नीचे गिर चुका है, जिससे यह आधिकारिक तौर पर मंदी की श्रेणी में आ गया है। डॉव ने भी 10% से अधिक की गिरावट के साथ दिसंबर के उच्चतम स्तर से दूरी बना ली है। सीएफआरए रिसर्च के मुख्य रणनीतिकार सैम स्टोवल के मुताबिक, मार्च 2020 के बाद यह पहली बार है जब डॉव ने लगातार दो दिन इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की है।
S&P 500 में 5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की मार्केट वैल्यू गायब
S&P डॉव जोन्स इंडेक्स के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले दो दिनों में S&P 500 इंडेक्स की मार्केट कैप में लगभग 5.06 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट आई है। निवेशकों को आशंका है कि व्यापारिक तनावों की वजह से अमेरिका समेत दुनिया भर की अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ सकती है।
विशेषज्ञों की राय और निवेशकों की चिंता
ब्लैकरॉक के वरिष्ठ अधिकारी रिक रीडर ने कहा कि बदलते वैश्विक आर्थिक हालात अब बाजारों पर गहरा असर डाल रहे हैं। वहीं, थॉर्नबर्ग इन्वेस्टमेंट के मैट बर्डेट ने कहा कि टैरिफ की दरें अगर स्थायी रहीं, तो वैश्विक खपत और व्यापार पर गंभीर असर हो सकता है।
सुरक्षित निवेश की ओर रुझान
बाजार की अनिश्चितता को देखते हुए निवेशक अब सोने और सरकारी बॉन्ड जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर मुड़ रहे हैं। VIX वोलैटिलिटी इंडेक्स में 50% से ज्यादा की छलांग देखी गई। अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड 4% से नीचे पहुंच गई, जबकि सोने की कीमतें 3,130 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचीं, हालांकि बाद में मामूली गिरावट आई।
तेल की कीमतों में भी बड़ी गिरावट
व्यापार युद्ध की आशंका के चलते तेल की कीमतों में भी तेज गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी क्रूड ऑयल में शुक्रवार को 7.4% की गिरावट आई और यह 61.99 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है। ब्रेंट क्रूड भी 6.5% लुढ़क गया।