राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को सैंटा मारिया चर्च में पुर्तगाल के राष्ट्रीय कवि लुइस वाज डी कैमोज की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति भवन के मुताबिक, राष्ट्रपति मुर्मू ने पुर्तगाल के 16वीं सदी के वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण जेरोनिमोस का भी दौरा किया।

सोशल मीडिया मंच एक्स पर राष्ट्रपति भवन ने लिखा,’राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सैंटा मारिया चर्च का दौरा किया और लुइस वाज डी कैमोज की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही, उन्होंने पुर्तगाल के 16वीं सदी के वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण जेरोनिमोस का भी दौरा किया।’

राष्ट्रपति मुर्मू को प्रदान की गई लिस्बन शहर की ‘चाबी’
इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सोमवार को पुर्तगाल के ऐतिहासिक कैमारा म्युनिसिपल डी लिस्बोआ (सिटी हॉल) में लिस्बन शहर की चाबी (की ऑफ ऑनर) प्रदान की गई। इस समारोह में लिस्बन के कई प्रतिष्ठित नागरिक भी शामिल हुए, जिनमें कूटनीतिक क्षेत्र के सदस्य और भारतीय एवं हिंद-पुर्तगाली समुदाय के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
कैमारा म्युनिसिपल डी लिस्बोआ में शामिल हुए कूटनीतिक समुदाय के प्रतिनिधि
एक पोस्ट में राष्ट्रपति भवन ने कहा, ‘लिस्बन के मेयर ने ऐतिहासिक कैमारा म्युनिसिपल डी लिस्बोआ (सिटी हॉल) में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिस्बन शहर की ‘की ऑफ ऑनर’ प्रदान की। इस समारोह में लिस्बन के कई प्रतिष्ठित नागरिकों ने भाग लिया, जिनमें कूटनीतिक और भारतीय एवं हिंद-पुर्तगाली समुदाय के प्रतिनिधि भी शामिल थे। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर मेयर और लिस्बन के लोगों का आभार जताया और लिस्बन के लोगों के स्नेहपूर्ण स्वभाव, खुलेपन, सहनशीलता की भावना और विविधता के प्रति सम्मान की सराहना की।’
2047 तक समृद्ध और विकसित समाज होगा भारत: राष्ट्रपति मुर्मू
समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘हम भारत को 2047 तक एक विकसित देश, ‘विकसित भारत’ बनाने के लिए काम कर रहे हैं, जो एक समृद्ध, समावेशी और विकसित समाज होगा, जिसमें मानव-केंद्रित दृष्टिकोण होगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि पुर्तगाल भारत के लिए यूरोपीय संघ के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण साझेदार रहा है।

यूरोपीय संघ और लुसोफोन देशों के साथ बढ़ावा देने में पुर्तगाल महत्वपूर्ण साझेदार: मुर्मू
उन्होंने कहा, ‘पुर्तगाल भारत के लिए यूरोपीय संघ और लुसोफोन देशों (जहां पुर्तगाली भाषा बोली जाती है और जो देश पुर्तगाली साम्राज्य का हिस्सा थे) के साथ हमारे संबंधों को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण साझेदार रहा है। भारत और पुर्तगाल के बीच सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं और उन्होंने हमारे रोज़मर्रा के जीवन पर एक अमिट छाप छोड़ी है।’

दोपहर में पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा से विस्तार से बातचीत की और भारत-पुर्तगाल संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। राष्ट्रपति भवन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘राष्ट्रपति मुर्मू ने पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा से विस्तृत चर्चा की। दोनों नेताओं ने भारत-पुर्तगाल संबंधों के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई की कि द्विपक्षीय संबंध आपसी विश्वास, समझ और महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहयोग पर आधारित हैं, जिसमें बहुपक्षीय स्तर पर सहयोग भी शामिल है। उन्होंने व्यापार और निवेश, सूचना प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और संपर्क जैसे कई क्षेत्रों में लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति जताई।’