नाइजीरिया के राष्ट्रपति ने सोमवार को जानकारी दी कि मुसलमान बंदूकधारियों ने देश के उत्तर-मध्य हिस्से में एक ईसाई कृषक (किसान) समुदाय पर हमला किया, जिसमें चालीस लोग मारे गए। यह नाइजीरियों में बढ़ती हुई हिंसा की लहर में नया मामला है।
राष्ट्रपति बोला टिनुबु ने रविवार की रात जीके समुदाय पर हुए हमले की जांच का आदेश दिया और पीड़ितों व उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई। टिनुबु ने सोमवार रात एक बयान में कहा, मैंने सुरक्षा एजेंसियों को इस संकट की पूरी तरह से जांच करने और इन हिंसक कृत्यों को अंजाम देने वालों की पहचान करने का निर्देश दिया है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि हमले में मारे गए लोगों में बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं, जो अचानक हुए हमले से हैरान थे और भागने में असमर्थ थे। ऐसे हमले अब अफ्रीका की सबसे बड़ी आबादी वाले देश के इस हिस्से में आम हो गए हैं, जहां हमलावार सुरक्षा की कमी का फायदा उठाकर किसानों पर जमीन और संसाधनो को लेकर हमले करते हैं। हमलावर सामान्यत: फुलानी मुस्लिम जनजाति के होते हैं।
स्थानीय निवासी एंडी याकूबू के अनुसार, रविवार रात के हमले में बंदूकधारियों ने बासा क्षेत्र में जीके समुदाय के घरों को भी नष्ट किया और लूटपाट की। याकूबू ने कहा कि उन्होंने हमले के बाद शव देखे और मृतकों की संख्या 50 से अधिक हो सकती है। उन्होंने कहा, अब तक कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ है।
फुलानी समुदाय पर आरोप है कि उसने उत्तर-पश्चिम और मध्य क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर हत्याएं की हैं, जहां दशकों से जमीन और पानी तक पहुंच को लेकर संघर्ष ने ईसाई और मुस्लिम समुदाय के बीच धार्मिक विभाजन को और बढ़ा दिया है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है कि दिसंबर 2023 और फरवरी 2024 के बीच प्लेटो राज्य में 1,336 लोग मारे गए। यह इस बात का संकेत है कि टिनुबु सरकार की ओर से हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदम प्रभावी नहीं हैं।