दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दुर्गेश पाठक ने ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को विदेशी फंडिंग (FCRA) से जुड़े मामले में छापेमारी की है. सीबीआई ने कल इस मामले में एक केस दर्ज किया था.
दरअसल, आम आदमी पार्टी और उसके कुछ नेताओं के खिलाफ विदेशी फंडिंग को लेकर बड़ा मामला सामने आया है. सीबीआई ने अब इस मामले में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद FIR दर्ज कर जांच शुरू कर की है. इससे पहले ED ने इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच शुरू की थी और अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी.
आरोप है कि AAP ने AAP Overseas India नाम का एक नेटवर्क बनाया था, जिसमें अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के वॉलंटियर्स शामिल थे. इस नेटवर्क के जरिए विदेशी फंड जुटाया गया.
दुर्गेश पाठक पर क्या हैं आरोप?
गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी राजेश कुमार के द्वारा शिकायत के आधार पर सीबीआई ने दुर्गेश पाठक, कपिल भारद्वाज और अन्य अज्ञात के खिलाफ FCRA के तहत एफआईआर दर्ज की है. पिछले साल मई में जांच एजेंसी ईडी ने ग्रह मंत्रालय को जानकारी दी थी कि आप पार्टी के कुछ नेताओं के बैंक एकाउंट में विदेशी फंडिंग के सबूत मिले हैं जिसमे दुर्गेश पाठक शामिल हैं.
आप नेताओं ने विदेशी फंडिंग के डोनर्स के नाम को अपने एकाउंट्स में छिपाया ताकि पॉलिटिकल पार्टी को विदेशी फंड कौन दे रहा है इसको छिपाया जा सके. जांच में सामने आया कि 2016 में कनाडा में एक फंड इवेंट में आप विधायक दुर्गेश पाठक ने पर्सनल बेनिफिट के लिए विदेशी फंड कलेक्ट किए थे.
विदेश में रहने वाले 155 लोगो ने 1.02 करोड़ रुपए अलग-अलग 404 ओकेजन के जरिए डोनेट किए इसमे 55 पासपोर्ट का इस्तेमाल किया गया था. 22.11.2015 को आप ने कनाडा के टोरंटो में एक इवेंट ऑर्गेनाइज किया था जिसको आप विधायक दुर्गश पाठक ने अटेंड किया था.
इसमें 15000 कनेडियन डॉलर्स रेज किए गए थे. हाथ से लिखी रॉ डेटा शीट्स ( डोनर्स के नाम और डोनेट किए गए अमाउंट) को आप पार्टी के नेताओं द्वारा मेल पर भेजा गया था. जांच में सामने आया कि हैंड रिटन डेटा शीट्स में डोनर्स के जो नाम लिखे गए थे उनको आप नेताओं ने आधिकारिक रिकार्ड्स में मेंशन नही किया बल्कि उनको छिपाया था और विदेशी फंडिंग में डोनर के नाम छिपाकर गड़बड़ी की गई है.
2016 में एक और इवेंट
इसके बाद 30 जनवरी 2016 को आप ने टोरेंट में एक और इवेंट ऑर्गेनाइज किया. इसमे टोटल 11786 डॉलर विदेशी फंडिंग डोनेट की गई और 3821 डॉलर को इवेंट में खर्चा दिखाया गया. 7955 डॉलर अमाउंट को आप के IDBI इंडिया के अकाउंट नंबर 0178104000086735 में आप के कनाडा वॉलंटियर्स के पासपोर्ट के जरिए भेजा गया.
इस अमाउंट को इस तरह से दिखाया गया कि इवेंट में शामिल 200 लोगों ने ये अमाउंट डोनेट किया है. आम आदमी पार्टी दावा करती है कि फॉरेन डोनेशन उन्हें सिर्फ ऑनलाइन पोर्टल और चैक के जरिए ही मिलती है. ये जांच में गलत पाया गया है.
इसी को लेकर सीबीआई ने FCRA फॉरेन करंसी रेगुलेशन का केस दर्ज किया है जिसमें आप विधायक दुर्गेश पाठक और कपिल भारद्वाज और अन्य अज्ञात को आरोपी बनाकर आज राजेन्द्र नगर के घर मे छापेमारी करके तमाम दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक एविडेन्स रिकवर किए हैं और दुर्गेश पाठक का बयान दर्ज किया है.
आज की सर्च और इलेक्ट्रॉनिक गजेट्स जो रिकवर किए है उनको एनेलाइज करके सीबीआई जल्द दुर्गश पाठक को पूछताछ के लिए सीबीआई हेडक्वॉक्टर बुला सकती है.
क्या बोले दुर्गेश पाठक?
रेड के बाद दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज सुबह सुबह मेरे घर कर CBI की टीम आई, 3/4 घंटे मेरे दो कमरे के घर की खूब तलाशी ली, उन्हें कुछ नहीं मिला. लेकिन जाते जाते वो मेरे विधायक रहते लोगों द्वारा अपने काम कराने के लिए गए आधार कार्ड की कॉपी साथ लेकर के गए. 5/6 लोगों की टीम थी, सर्च वारंट दिखाया लेकिन केस क्या था नहीं बताया.
दुर्गेश पाठक ने कहा कि मुझे लगता है कि पार्टी ने मुझे गुजरात में सहप्रभारी बनाया है तो डराने आए थे. पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान जब आम आदमी पार्टी की 5 सीटें आई थी. उसके बाद अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह को गिरफ्तार किया था तो मुझे लगता है कि ये डराने की कोशिश है.
दुर्गेश पाठक ने कहा मैं तो सीधा साधा गांव का रहने वाला आदमी हूं. उन्होंने कहा कि ये जग जाहिर है बीजेपी चुनाव विपक्ष को खत्म करके जीतती है. कोई आश्चर्य नहीं अगर वो आम आदमी पार्टी या किसी और पार्टी को ख़त्म करना चाहती है.