शामली। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर होटल संचालक विश्वेंद्र राठी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पंखे से रस्सी के सहारे कमरे में लटका मिला। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। उसने आत्महत्या की या हत्या की गई, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका। परिजनों की तरफ से तहरीर दी जानी बाकी है।
जनपद बागपत के थाना दोघट के गांव टीकरी निवासी विश्वेंद्र राठी पुत्र वीर सिंह, गांव मलकपुर निवासी वैसर से नानूपुरी गेट के निकट होटल किराए पर लेकर दो साल से चला रहा था। उसके भाई साहब सिंह ने बताया कि विश्वेंद्र रोज की तरह सुबह होटल पर आया था। दोपहर के समय उसका मोबाइल फोन बंद आया। काफी देर तक परिजन फोन पर संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन जब संपर्क नहीं हुआ तो परिजन होटल पर पहुंचे।
होटल खुला मिला, लेकिन वहां किसी के न मिलने पर पिता वीर सिंह व भाई साहब सिंह और अन्य परिजन होटल के ऊपरी मंजिल पर कमरे में पहुंचे। वहां पंखे से रस्सी के सहारे फंदे पर विश्वेंद्र का शव लटका मिला।
परिजनों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और होटल को सील करते हुए अंदर किसी को आने जाने नहीं दिया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पुलिस होटल व उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। एसपी रामसेवक गौतम का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।
होटल के रजिस्टर में मिली तीन एंट्री
पुलिस ने होटल के रजिस्ट्ररों की जांच की तो उसमें ग्राहकों की तीन एंट्री मिली। एक एंट्री सुबह 10 बजे, एक 11 बजे और एक एंट्री दोपहर साढ़े 12 बजे की है। इसके बाद कोई भी एंट्री दर्ज नहीं पाई गई। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। परिजनों के अनुसार विश्वेंद्र तीन भाई व दो बहनों में सबसे छोटा था। उसके दो छोटे बच्चे हैं। परिजनों का कहना है कि विश्वेंद्र का किसी के साथ कोई विवाद नहीं था।