कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर बड़ा खुलासा हुआ है. सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से, पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने अप्रैल के पहले हफ्ते में कश्मीर के कुछ टूरिस्ट प्लेस खासकर होटलों की रेकी करवाई थी. कश्मीर के इन टूरिस्ट प्लेस में पहलगाम के कुछ होटल भी शामिल थे. इसको लेकर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर सुरक्षा एजेंसियों का शक है. 1 से 7 अप्रैल के बीच रेकी की गई थी. केंद्रीय एजेसियों के सूत्रों के मुताबिक, तीन से ज्यादा आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया है.
पहलगाम आतंकी हमले में 30 लोगों के मारे जाने की आशंका है. इसमें दो विदेशी हैं, जिसमें एक इजराइल और दूसरा इटली का रहने वाला है.हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. हमले के बाद पर्यटकों की मदद और जानकारी के लिए इमरजेंसी हेल्प डेस्क बनाई गई है. पुलिस से संपर्क करने के लिए 9596777669, 01932225870 (9419051940 व्हाट्सएप) नंबर जारी किए हैं.
पहलगाम पहुंच सकती है एनआईए
एनआईए की टीम भी कल पहलगाम पहुंच सकती है. इसके अलावा सेना प्रमुख भी कल जम्मू-कश्मीर पहुंच सकते हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गए हैं. वो बुधवार को घटनास्थल पर जाएंगे. उनके साथ जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा भी हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है.
उन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ आतंकवादी हमला चौंकाने वाला और दर्दनाक है. यह एक नृशंस और अमानवीय कृत्य है जिसकी स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए. निर्दोष नागरिकों, पर्यटकों पर हमला करना बेहद भयावह और अक्षम्य है. मैं उन परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है.
हमारे जवानों का खून खौल रहा है
आतंकी हमले को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के ऑफिस की ओर से कहा गया है कि आतंकियों का खात्मा करने के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया है. पूरा देश गुस्से में है और हमारे जवानों का खून खौल रहा है. मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पहलगाम हमले के अपराधियों को उनके जघन्य कृत्य के लिए बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.