लखनऊ। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) की परीक्षा में शामिल होने से एक दिन पहले 19 वर्षीय छात्रा ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। शनिवार को उसका शव घर की दूसरी मंजिल पर फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया। घटना के समय घर में केवल वह और उसकी दादी मौजूद थीं, जबकि छोटा भाई स्कूल और माता-पिता दफ्तर गए थे। दोपहर में जब भाई स्कूल से वापस लौटा तो उसे इस घटना की जानकारी मिली। परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं और रो-रोकर बेहाल हैं।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया। राम प्रकाश वर्मा, जो उरई के जिला अस्पताल में वरिष्ठ स्टेनो के रूप में कार्यरत हैं, और उनकी पत्नी सुनीता एचबीटीयू में सहायक कर्मचारी हैं, उनका 10वीं कक्षा में पढ़ने वाला बेटा पार्थ और 19 वर्षीय बेटी नुपूर थी। नुपूर पिछले दो साल से NEET की तैयारी कर रही थी और उसका सेंटर रविवार को कौशलपुरी स्थित गुरुनानक गर्ल्स पीजी कॉलेज में था।
शनिवार को सुबह पार्थ के स्कूल और मां के दफ्तर जाने के बाद नुपूर घर की दूसरी मंजिल पर पढ़ाई में व्यस्त थी, जबकि उसकी दादी पूजा पाठ कर रही थीं। दोपहर साढ़े 12 बजे जब पार्थ छुट्टी के बाद घर लौटा, तो गेट खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसने अपने पिता को फोन किया, जो उरई में थे। पिता ने कई बार बेटी को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
तभी राम प्यारी ने गेट खोला, और पार्थ ने अंदर जाकर देखा तो नुपूर का शव पंखे से लटका हुआ था। इस घटना के बाद माता-पिता घर पहुंचे और शव के पास बिलखते हुए रो पड़े। परिजनों का कहना है कि NEET की परीक्षा की वजह से वह मानसिक तनाव में थी। बर्रा इंस्पेक्टर नीरज ओझा ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम से इंकार किया है, हालांकि उन्हें समझाने की कोशिश की जा रही है।