श्रीनगर में आतंकियों के मददगारों पर शिकंजा, पांच ठिकानों पर छापेमारी

जम्मू-कश्मीर: आतंकी हमले के बाद सख्त सुरक्षा जांच, श्रीनगर में कई स्थानों पर छापेमारी

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद से घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। एक ओर सुरक्षाबल आतंकियों के सफाए के लिए अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आतंकियों को सहयोग देने वालों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में श्रीनगर पुलिस ने जिले के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।

गैरकानूनी गतिविधियों की जांच के तहत छापे
शनिवार, 3 मई को पुलिस ने अवैध गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA के तहत चल रही जांच के सिलसिले में पांच संदिग्धों के घरों की तलाशी ली। इस दौरान उनके घरों में रखे दस्तावेज़, डिजिटल उपकरण और अन्य सामग्रियों की बारीकी से जांच की गई।

जिनके घरों पर की गई छापेमारी

  1. इम्तियाज अहमद पर्रे, निवासी कलमदानपोरा, जैनकदल।
  2. अर्श कौल, निवासी दलाल मोहल्ला, जैनकदल।
  3. मुतैब जहूर भट, निवासी बिलाल कॉलोनी, सौरा।
  4. बासित अशरफ मलिक, निवासी नौपोरा, सफाकदल।
  5. मोहम्मद रफीक शाह, निवासी हजारी बाजार, रैनवारी।

इन सभी के खिलाफ UAPA और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज हैं और वे विभिन्न आतंकी मामलों में संलिप्त पाए गए हैं।

कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई
तलाशी अभियान को जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में, कार्यकारी मजिस्ट्रेटों और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में पूरा किया गया। इस प्रक्रिया का उद्देश्य हथियारों, संदिग्ध दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों को इकट्ठा करना था, जिससे आतंकी नेटवर्क से जुड़ी गतिविधियों का पर्दाफाश किया जा सके।

राष्ट्रविरोधी तत्वों पर सख्ती जारी
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति अशांति, हिंसा या अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का मकसद ऐसे तत्वों की पहचान कर आतंकवाद की जड़ को खत्म करना है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here