भारत सरकार ने महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राजस्थान को जोड़ने वाली दो नई एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत कर दी है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को पुणे-जोधपुर एक्सप्रेस और एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-जोधपुर (भगत की कोठी) एक्सप्रेस को रवाना किया। इन ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को लंबी दूरी तय करने में सुविधा मिलेगी और इन राज्यों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूती मिलेगी।
रेलवे में बड़े बदलाव के संकेत
इस मौके पर रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि बीते दस वर्षों में रेलवे क्षेत्र में वह प्रगति हुई है जो पिछले सात दशकों में नहीं देखी गई। उन्होंने जानकारी दी कि 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और 34,000 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई हैं, जो जर्मनी जैसे देश के पूरे रेलवे नेटवर्क के बराबर हैं।
पुणे और मुंबई में रेलवे प्रगति की समीक्षा
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पुणे जंक्शन का भी पूरी तरह से पुनर्विकास किया जाएगा। साथ ही पुणे से लोनावला के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन तथा इंदौर-मनमाड रेल मार्ग को मंजूरी मिल चुकी है। नासिक में होने वाले 2027 के महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बुलेट ट्रेन स्टेशन का निरीक्षण
रेल मंत्री ने मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) स्थित बुलेट ट्रेन के पहले स्टेशन के निर्माण कार्य का दौरा किया और उसकी प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि स्टेशन की दीवारें बननी शुरू हो गई हैं और सुरंग निर्माण कार्य भी तीव्र गति से चल रहा है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत BKC स्टेशन की खुदाई का करीब 76% काम पूरा हो चुका है।
भूमि अधिग्रहण के बाद तेज हुआ निर्माण कार्य
महाराष्ट्र क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण के बाद बुलेट ट्रेन परियोजना के सभी हिस्सों में काम तेजी से चल रहा है। इस निरीक्षण के दौरान नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL), मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे के अधिकारी भी उपस्थित थे।